भगतसिंह की शहादत दिवस पर किसान सभा ने निकाला मशाल जुलूस, 26 मार्च को भारत बंद का आह्वान
कोरबा। छत्तीसगढ़ किसान सभा ने सीटू और जनवादी महिला समिति के साथ मिलकर आज 23 मार्च को देशव्यापी किसान आंदोलन और रोजगार से जुड़ी मांगों को केंद्र में रखकर भगतसिंह की शहादत दिवस पर भिलाई बाजार, गेवरा में मशाल जुलूस निकाला और श्रद्धांजलि सभा करके भगतसिंह, राजगुरु और सुखदेव की तस्वीरों पर पुष्पांजलि अर्पित की। किसान सभा ने मोदी सरकार की जन विरोधी नीतियों के खिलाफ 26 मार्च को भारत बंद को सफल बनाने की भी अपील की है।
छत्तीसगढ़ किसान सभा के जिला अध्यक्ष जवाहर सिंह कंवर और सचिव प्रशांत झा ने बताया कि भगतसिंह के साम्राज्यवाद विरोधी संघर्ष को रेखांकित करते हुए आज भिलाई बाजार में संगठन के कार्यकर्ताओं द्वारा मशाल जुलूस निकाला गया, जिसमें माकपा पार्षद सुरती कुलदीप, सीटू नेता वीएम मनोहर, जनाराम कर्ष, जनकदास कुलदीप, जनवादी नौजवान सभा के अभिजीत गुप्ता, रामपूजन यादव सहित किसान सभा के नेता प्रताप दास, दीपक साहू, नंदलाल कंवर, श्यामसुंदर महंत, रविन्द्र श्रीवास, दिलहरण बिंझवार, धर्मेंद्र मिश्रा, इलियास हुसैन, जाफर, शत्रुघ्न दास आदि व अन्य कार्यकर्ता बड़ी संख्या में शामिल हुए। भिलाई बाजार में मशाल जुलूस भ्रमण के बाद एक सभा मे तब्दील हो गई।
सभा को संबोधित करते हुए किसान सभा के प्रदेश अध्यक्ष संजय पराते ने कहा कि भगतसिंह हमारी आजादी के आंदोलन के एक प्रखर साम्राज्यवाद विरोधी प्रतीक है, जिन्होंने समानता पर आधारित एक शोषणमुक्त, समाजवादी समाज का सपना देखा था। इसके लिए उन्होंने देश की मेहनती जनता की एकता पर बल दिया था। लेकिन आज मोदी सरकार जिस तरह किसान विरोधी कानूनों को लागू करने और श्रम कानूनों को खत्म कर श्रम संहिता लागू करने पर तुली हुई है, उससे स्पष्ट है कि वह हमारी अर्थव्यवस्था को अमेरिका और कॉरपोरेटों के हाथों बेचने पर आमादा है और हमारे देश की राजनैतिक-आर्थिक आज़ादी खतरे में है। मजदूर-किसान एकता पर आधारित एक व्यापक जन आंदोलन ही भाजपा-आरएसएस की इस साजिश को मात दे सकता है।
सीटू नेता जनाराम कर्ष ने सार्वजनिक उद्योगों के निजीकरण की आलोचना करते हुए किसान विरोधी कानूनों को वापस लेने और सी-2 लागत मूल्य का डेढ़ गुना न्यूनतम समर्थन मूल्य देने का कानून बनाने की मांग की। अन्य वक्ताओं ने कहा कि वामपंथी पार्टियों और कांग्रेस सहित विभिन्न राजनैतिक दलों का भारत बंद को समर्थन मिल रहा है। यह बंद देश की आम जनता की जिंदगी को बचाने के लिए आयोजित किया जा रहा है। उन्होंने इस बंद को सफल बनाने की अपील की।
किसान सभा नेताओं ने बताया कि बंद के समर्थन में व्यापक प्रचार अभियान चलाया जाएगा और 26 मार्च को गेवरा बस्ती चौक पर चक्का जाम किया जाएगा।