डॉ रमन सिंह धरमलाल कौशिक धान के नाम से घड़ियाली आंसू बहाने के बजाये केंद्र से एफसीआई में 60 मीट्रिक टन चावल जमा कराने की अनुमति दिलाये

डॉ रमन सिंह धरमलाल कौशिक धान के नाम से घड़ियाली आंसू बहाने के बजाये केंद्र से एफसीआई में 60 मीट्रिक टन चावल जमा कराने की अनुमति दिलाये
  • पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह एवं नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक के बयान पर कांग्रेस की प्रतिक्रिया
  • मोदी सरकार ने पहले किसानों को धान की कीमत 2500 रु एक मुश्त देने में अड़ंगा लगाया,फिर मांगी गई बारदाना की आपूर्ति में कटौती कर धान खरीदी में अड़चन पैदा की अब 60 लाख मीट्रिक टन चावल जमा करने की अनुमति ना देकर छत्तीसगढ़ के साथ धोखा कर रहे 
रायपुर 19 मार्च 2021। पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह एवं नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक के बयान पर कांग्रेस ने प्रतिक्रिया व्यक्त की प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि मोदी सरकार ने पहले किसानों को धान की कीमत 2500 रु एक मुश्त देने में अड़ंगा लगाया।फिर किसानों से धान खरीदने मांगी गई 3 लाख 50 हजार गठान बारदाना की आपूर्ति में कटौती कर धान खरीदी में अड़चन पैदा करने की साजिश की लेकिन असफल रहे।केंद्र में बैठी भाजपा सरकार के धान खरीदी और किसान विरोधी किये जा रहे निरतरन साजिश के बावजूद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार ने 21 लाख से अधिक पंजीकृत किसानों में से 20 लाख 50 हजार से अधिक किसानों से प्रति एकड़ 15 क्विंटल धान खरीदी कर लगभग 95 लाख मिट्रिक टन धान खरीदी का रिकार्ड बनाया है।जो 15 साल में रमण सिंह सरकार कभी नही कर पाई।लेकिन एक बार और केंद्र सरकार पूर्व में 60 लाख मीट्रिक टन चावल जमा करने की सैद्धान्तिक देने के बाद मात्र 24 लाख मीट्रिक टन चावल एफसीआई में जमा कराने की अनुमति  देकर छत्तीसगढ़ के साथ धोखा किया।और भाजपा के नेता छत्तीसगढ़ में किसान और धान के नाम से राजनीति कर रहे  हैं। लेकिन जब छत्तीसगढ़ के किसानों की हित की बात और धान की निपटारे की बात केंद्र सरकार के सामने रखने की बारी आती है तब यही भाजपा नेताओं के मुंह में दही जम जाता है। पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक धान के नाम से घड़ियाली आंसू बहाने के बजाय केंद्र ने जो छत्तीसगढ़ से एफसीआई में 60 लाख मैट्रिक टन चांवल लेने की सैद्धांतिक सहमति  प्रदान की थी उसी आधर पर एफसीआई में चावल जमा कराने की अनुमति के विषय मे बात करना चाहिए।केंद्र ने 60 लाख मीट्रिक टन चावल लेने की सहमति के बाद  सहमति से मुकर कर मात्र 24 लाख मैट्रिक टन चावल जमा कराने की अनुमति दिया है।जो छत्तीसगढ़ के साथ धोखा है।
 प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार ने छत्तीसगढ़ के किसानों से किए वादे को पूरा किया है किसानों की कर्ज माफी, सिंचाई कर माफ बिजली  बिल  हाफ, किसानों के धान की कीमत 2500रु प्रति क्विंटल की दर से दिया जा रहा है। किसानों को स्थाई बिजली कनेक्शन की सुविधा भी प्रदान की जा रही है इससे भाजपा के नेता विचलित और भयभीत हैं और 15 साल के रमन शासन काल के कुशासन से त्रस्त किसान खुशहाल हो रहे छत्तीसगढ़ प्रगति की ओर बढ़ रहा है इससे भाजपा नेताओं की बेचैनी है और निरंतर भाजपा के नेता सांसद और विधायक छत्तीसगढ़ के हित को बाधित करने के लिए षड्यंत्र कर रहे हैं किसानों को 2500रु धान की कीमत एक मुश्त देने पर रोक लगाने के पीछे भी भाजपा सांसदों का ही षड्यंत्र है।मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार मोदी भाजपा के किसानों के खिलाफ किए जा रहे हर षड्यंत्र का करारा जवाब दे रहे हैं किसानों को धान की कीमत ₹2500एक साथ देने पर रोक लगने के बाद राजीव गांधी किसान न्याय योजना के माध्यम से धान की अंतर राशि को एक मुश्त प्रति एकड़ 10000 रु किसानों को दिया जा रहा है। धान के अलावा गन्ना मक्का एवं दलहन तिलहन कोदो कुटकी पैदा करने वाले किसानों को भी राजीव गांधी किसान न्याय योजना के माध्यम से लाभान्वित किया जा रहा है।ऐसे में केंद्र में बैठी भाजपा की सरकार और भाजपा नेताओं को पीड़ा हो रही है।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि  रमन सिंह के 15 साल के शासन काल में छत्तीसगढ़ के किसानों को उनकी उपज का सही कीमत नहीं मिला रमन सरकार ने कभी ज्यादा मात्रा में धान की खरीदी नहीं कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार ने बीते 2 साल में प्रति वर्ष एवरेज 85 लाख मैट्रिक टन प्रतिवर्ष धान खरीदी क़ी है।सबसे ज्यादा 20 लाख 50 हजार से अधिक किसानों से धान की खरीदी की है।

The News India 24

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