कोरोना सेस पर भाजपा अनर्गल प्रलाप बंद करे:कांग्रेस
जगदलपुर। छ. ग. प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता आलोक दुबे ने कहा है कि स्वास्थ्य बीमा कमीशन की लालच में प्रदेश में सरकारी स्वास्थ्य सुविधा को वेंटिलेटर पर पहुंचाने वाली भाजपा अब कोरोना सेस(उपकर) पर अनर्गल प्रलाप बंद करे।
प्रदेश प्रवक्ता आलोक दुबे ने कहा है कि कि शराब पर 10 रूपए का अतिरिक्त कोरोना सेस विगत बजट सत्र के बाद 15 मई 2020 से लगाया गया था। सेस के संदर्भ में स्पष्ट प्रावधान है कि जिस मद के लिए सेस लगाया जाता है, वह राशि उसी पर ही खर्च की जाती है और इसीलिए अब तक संग्रहित राशि कोषालय में उस मद में जमा है जिसे सामान्य प्रशासन विभाग के अंतर्गत मुख्यमंत्री अधोसंरचना विकास निगम की अनुशंसा पर खर्च करने का प्रावधान किया गया है।चालू वर्ष के लिए हाल ही में प्रस्तुत द्वितीय अनुपूरक बजट में सामान्य प्रशासन विभाग के लिए 200 करोड़ की बजट का आबंटन इसी संदर्भ में किया गया है। नए बजट में भी चिकित्सा के क्षेत्र में 4 नए सरकारी मेडिकल कॉलेज की स्थापना, चंदूलाल चंद्राकर निजी चिकित्सा महाविद्यालय का अधिग्रहण, 9 मेडिकल कॉलेजों में वायरोलोजी लैब की स्थापना, जिला अस्पतालों को मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल में परिवर्तित करना, समस्त ब्लॉको के अस्पतालों में भर्ती की सुविधा, पैथोलॉजी लेब में जांच की सुविधा बढ़ाना इत्यादि ऐतिहासिक निर्णय लिए गए हैं।
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा है कि 15 साल में स्वास्थ्य सुविधा को बदहाल स्थिति में पहुंचाने वाले भाजपाई अनर्गल बयानबाजी और गलत बयानी कर रहे हैं।सर्वविदित है कि किस प्रकार से 15 साल के कुशासन में स्मार्ट कार्ड पर कुछ निजी अस्पतालों से मिलीभगत कर 22-25 साल की महिलाओं को कैंसर का डर दिखाकर गर्भाशय निकाले गए। कमिशन की लालच में ब्लैक लिस्टेड कंपनी से दवा खरीद कर सैकड़ों लोगों के आंखो की रोशनी तक छीन ली गई। रमन सिंह के कुशासन में नसबंदी कांड में दूधमुंहे बच्चों के सर से मां का साया छीन लिया गया था। जबकि विगत 2 वर्षों में कम्युनिटी हेल्थ की दिशा में क्रांतिकारी प्रयास हुए हैं ।1900 से अधिक वैलनेस सेंटर बनाए गए। इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ-साथ चिकित्सक, नर्सिंग स्टाफ, तकनीशियन और सहायकों की भर्तियां की गई है। नागरिक सुविधाओं का विस्तार हुआ है। छत्तीसगढ़िया समृध्दि, स्वाभिमान और आत्मसम्मान मजबूत हो रहा है तो भाजपाइयों को पीड़ा हो रही है।