यूएपीए बिल राज्यसभा में पारित, गृहमंत्री अमित शाह ने कहा – कुछ नहीं करोगे तो कुछ नहीं होगा

नई दिल्ली। आतंकवाद से बेहतर तरीके से निपटने केंद्र सरकार द्वारा राज्यसभा में पेश विधि विरुद्ध क्रियाकलाप निवारण संशोधन विधेयक (यूएपीए बिल) पारित हो गया. लोकसभा में यह विधेयक पहले ही पारित हो चुका है. बिल के पक्ष में 147 और विरोध में महज 42 मत पड़े.
राज्यसभा में चर्चा के दौरान कानून के दुरुपयोग पर दिग्विजय सिंह की टिप्पणी पर गृहमंत्री अमित शाह नेतंज कसते हुए कहा कि मैं आश्वस्त करना चाहता हूं कि कुछ नहीं करोगे तो कुछ नहीं होगा. शाह के इस बयान पर सदन में हंगामा मच गया, लेकिन सभापति वेंकैया नायडू ने सदस्यों को शांत कराया.
शाह ने चर्चा के दौरान कहा कि कानून के दुरुपयोग की दलील सही नहीं है. इस कानून से मानवाधिकार का उल्लंघन नहीं होगा. आपत्ति होने पर कमेटी में अपील कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि अधिनियम में आतंकी घोषित होने की तय प्रक्रिया है. यह कानून हम लेकर नहीं आए हैं, यह कानून 1967 से है, हम कानून में संशोधन का प्रस्ताव लेकर आए हैं.
उन्होंने कहा कि आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता है. आतंकवादी इंसानियत के खिलाफ होता है. आतंकवाद के खिलाफ एनआईए के सामने कई जटिल मामले हैं. कई मामलों में सबूतों की कमी होती है. आतंकवाद के खिलाफ कड़े कानून का समर्थन होना चाहिए.