मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी ने संकट के समय बहुत अच्छा वित्तीय प्रबंधन किया है:शैलेश नितिन त्रिवेदी
- भाजपा को मतदाताओं ने 15 साल के शासन के बाद 15 सीटें भी ना देकर विपक्ष में रहने का जनादेश दिया है : भाजपा बजट की चिंता ना करें
- चुनौतियों के बीच बजट में बड़ी राहत की उम्मीद करना सरकार के साथ नाइंसाफी होगी
- मोदी सरकार तो छत्तीसगढ़ के प्रति अपनी जिम्मेदारियों और देयताओं को पूरा नहीं कर रही है
- चुनौतियों के बीच छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार अच्छे से अच्छा बजट देगी
रायपुर/28 फरवरी 2021। प्रदेश कांग्रेस कमेटी संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा कि भाजपा को मतदाताओं ने 15 साल के शासन के बाद 15 सीटें भी ना देकर विपक्ष में रहने का जनादेश दिया है , भाजपा बजट की चिंता ना करें. इस बजट में छत्तीसगढ़ सरकार के सामने एक बड़ी चुनौती यह है कि मोदी सरकार छत्तीसगढ़ के प्रति अपनी जिम्मेदारियों और देयताओं से बचने की लगातार कोशिश कर रही है। 60 लाख टन बोलकर 24 लाख टन चांवल लेना ताजातरीन मामला है। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार बनने के बाद किसानों की 9 हजार करोड़ की कर्ज माफी धान की समर्थन मूल्य पर खरीद राजीव गांधी किसान न्याय योजना, गोधन न्याय योजना देश में 73 प्रतिशत वनोपज की सरकारी खरीद जैसे अनेक जनकल्याणकारी कार्य कांग्रेस सरकार ने किये हैं। इस बार कोरोना महामारी और लंबे लॉकडाउन के दुष्प्रभावों से निपटने की चुनौती है। महामारी अभी गयी नहीं है। लाकडाउन में कई राज्यों ने अपने कर्मचारियों के वेतन में कटौती की लेकिन छत्तीसगढ़ सरकार ने कोरोना काल में अपने किसी कर्मचारी का वेतन नहीं काटा। राशन की समुचित व्यवस्था की, कोरोना टेस्टिंग की, मजदूरों के काम की, बाहर से लौट रहे मजदूरों के व्यवस्थापन की समुचित इंतजाम किया। इन चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में राज्य के बजट में किसी बड़ी राहत की बहुत उम्मीद करना राज्य सरकार के साथ नाइंसाफी होगी। पिछला वित्तीय वर्ष पूरी तरह से कोरोना और लॉकडाउन के प्रभाव में गुजरा। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी ने संकट के समय बहुत अच्छा वित्तीय प्रबंधन किया है। लाकडाउन में खाने की समस्या मजदूरों ने झेली, गरीब प्रवासी मजदूर बड़े पैमाने पर हानि का शिकार हुए। ऐसे में छत्तीसगढ़ सरकार ने बहुत अच्छा काम किया है। इन चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में बजट में किसी बड़ी राहत जैसी बहुत ज्यादा उम्मीद करना सरकार के साथ नाइंसाफी होगी। कोरोना काल में केन्द्र सरकार का हाल तो हमसब देख ही रहे हैं। एक के बाद एक सरकारी संस्थान बेचे जा रहे हैं। केन्द्र सरकार ने 20 लाख करोड़ का पैकेज की घोषणा की और किया कुछ भी नहीं। मोदी सरकार ने गरीबों के लिए कुछ नहीं किया, मजदूरों के लिए कुछ नहीं किया। इन चुनौतियों के बीच छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार निश्चित रूप से इन चुनौतियों के बीच में अच्छे से अच्छा बजट देगी। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल वित मंत्री का भी प्रभार संभाल रहे हैं और बहुत ही अच्छे ढंग से उन्होंने अभी तक कठिन परिस्थितियों में वित्तीय प्रबंधन किया है।
छत्तीसगढ़ को मिलने वाली वित्तीय राशि मोदी की मेहरबानी नहीं छत्तीसगढ़ के लोगों का अधिकार है
धरमलाल कौशिक के बयान पर कांग्रेस की प्रतिक्रिया
भाजपा विधायक दल के नेता धरमलाल कौशिक द्वारा छत्तीसगढ़ के विकास को मोदी की मेहरबानी कहे जाने पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि छत्तीसगढ़ का विकास मोदी की मेहरबानी से नहीं छत्तीसगढ़ के मजदूर किसान नौजवानों की मेहनत से हो रहा है छत्तीसगढ़ को मिलने वाली वित्तीय राशि मोदी की मेहरबानी नहीं छत्तीसगढ़ के लोगों का अधिकार है भारत हम सबका देश है सभी देशवासियों का देश के संसाधनों पर बराबर का अधिकार है केंद्र सरकार को और राज्य सरकार को जो अधिकार मिले हुए हैं वह मोदी की मेहरबानी नहीं है मोदी सरकार तो छत्तीसगढ़ के अधिकार छीनने में लगी हुई है कभी कहती है कि छत्तीसगढ़ में बने एफसीआई के गोदामों में छत्तीसगढ़ के किसानों के धान से बना चावल नहीं रखा जाएगा कभी जीएसटी की बकाया राशि देने से इंकार करती है और कभी पेट्रोल-डीजल पर फेस लगाकर राज्य को उसके हक के 1000 करोड़ रुपयों से वंचित करती
नगरनार मामले में नेताप्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक जी के बयान पर प्रदेश कांग्रेस कमेटी संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा कि नेताप्रतिपक्ष का बयान सीधे-सीधे उनकी विफलता की स्वीकरोक्ति है। अगर केन्द्र में उनकी पार्टी की सरकार है और अगर उनकी ही बात उनकी ही पार्टी की सरकार नहीं मान रही है तो यह इस बात का जीता-जागता सबूत है कि छत्तीसगढ़ का भाजपा नेतृत्व केन्द्रीय नेतृत्व के आगे अपनी विश्वसनियता पूरी तरीके से खो चुका है। नेता प्रतिपक्ष का यह बयान भाजपा के राज्य के नेतृत्व की असफलता की स्वीकरोक्ति भी है। राज्य के हितों की रक्षा कर पाने में भाजपा के छत्तीसगढ़ के नेता विफल रहे हैं। धरमलाल कौशिक जी का यह बयान इस बात का जीता-जागता सबूत है कि भाजपा का राज्य का नेतृत्व राज्य के हितां की बात केंद्र की भाजपा सरकार के सामने रख पाने में भी विफल रहा है। अपनी पार्टी की केंद्र सरकार के आगे अगर भाजपा का प्रदेश नेतृत्व अपनी बातों को नहीं रख पा रहा है तो यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। केंद्र की भाजपा सरकार राज्य की भाजपा नेताओं का बात नहीं मान रही है तो इससे बड़ा इनकी विफलता का इनकी नाकामी का और क्या सबूत हो सकता है। जहां तक राज्य सरकार नहीं कर पायेगी कहने की बात है भाजपा ने कहा था राज्य सरकार धान खरीदी नहीं कर पायेगी लेकिन राज्य सरकार ने धान खरीदी करके दिखा दी। भाजपा ने कर्जमाफी नहीं होगा कहा था राज्य सरकार ने कर्ज माफी करके भी दिखा दिया। भूपेश बघेल जी की संघर्ष क्षमता और संकल्प को समझ पाना भारतीय जनता पार्टी के नेताओं के बस में नहीं है। अगर हम कह रहे हैं तो हम करेंगे भी, हमने किया भी है। धान खरीदी में किसानों के प्रति राज्य सरकार ने अपनी जिम्मेदारियों का दायित्व किया है। नगरनार को लेकर भी हमारा जो कमीटमेंट है हम उसको पूरा करेंगे। प्रदेश कांग्रेस कमेटी संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा कि धान खरीदी में भारतीय जनता पार्टी की केन्द्र सरकार के द्वारा धान खरीदी में लगातार बाधाएं डाली गयी। आप एक रूपया भी उपर देंगे तो हम आपका चावल नहीं लेंगे। जब समर्थन मूल्य में खरीदी हुयी तो फिर 60 लाख टन बोलकर 24 लाख टन धान खरीदना। बारदानों की कृतिम किल्लत पैदा करना इनमें प्रमुख है। भारतीय जनता पार्टी अपनी केंद्र सरकार के इन कुकृत्यों के लिए, छत्तीसगढ़ विरोधी हरकतों के लिए, किसान विरोधी चरित्र के लिए छत्तीसगढ़ के लोगों से माफी मांगे, नगरनार के विनिवेश किये जाने भी भाजपा की छत्तीसगढ़ इकाई को छत्तीसगढ़ और खासकर बस्तर की जनता से क्षमा-याचना करनी चाहिए।