हवाई उड़ान सेवा शुरू का श्रेय भाजपा नेताओं को दिए जाने पर कृषि मंत्री रविंद्र चौबे भड़क गए
रायपुर। बिलासपुर से हवाई उड़ान सेवा शुरू का श्रेय को लेकर राजनीति शुरू हो गई है। हवाई उड़ान सेवा शुरू का श्रेय भाजपा नेताओं को दिए जाने पर कृषि मंत्री रविंद्र चौबे भड़क गए हैं। उन्होंने कहा कि बिलासपुर हवाई अड्डे से उड़ान शुरू होने का श्रेय हमें क्यों नहीं मिलना चाहिए। बिलासपुर को एयरपोर्ट बनाने के लिए सबसे पहले जमीन का आवंटन हमने किया।
शंकर नगर स्थित निवास पर प्रेस से बात करते हुए कृषि मंत्री ने कहा, बिलासपुर के एयरपोर्ट को बनाने के लिए 27 करोड़ रुपए हमने खर्च किए। वह भी केंद्र सरकार की उड़ान योजना में शामिल हुए बिना। बार-बार हमने केंद्र सरकार से अनुरोध किया कि एयरपोर्ट बनाने का सारा काम कर दिया है। कृषि मंत्री ने कहा, एयरपोर्ट में राज्य सरकार को जितना देना चाहिए था, उससे ज्यादा पैसा दिया गया है। तो हमें इसका श्रेय तो मिलना ही चाहिए ना।
इससे पहले रविवार को रायपुर पहुंचे केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा, मुख्यमंत्री बघेल ने उनसे मुलाकात की और उड़ान सेवा शुरू होने का पूरा श्रेय खुद ले लिया। जबकि विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक और बिलासपुर से भाजपा सांसद अरुण साव ने वहां से हवाई सुविधा शुरू करने के लिए प्रस्ताव दिया था। बिलासपुर से दिल्ली, भोपाल, जबलपुर और प्रयागराज के बीच उड़ान शुरू होने की घोषणा के बाद पुरी पहली बार रायपुर आए थे।
बिलासपुर की भावनाओं पर सबकी नजर
बिलासपुर में हवाई उड़ान सेवा शुरू करने की मांग पुरानी है। पिछले साल स्थानीय संगठनों ने वहां प्रदर्शन शुरू किए। उच्च न्यायालय में याचिका दाखिल हुई। उसके बाद वहां के काम में तेजी आती दिखी है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पिछले दिनों दिल्ली में केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी से मुलाकात की थी। उस समय हरदीप सिंह पुरी ने दिल्ली से बिलासपुर के लिए एयर इंडिया की सेवा शुरू करने की घोषणा की थी।
उसी दिन बिलासपुर के सांसद अरुण साव ने भी नागरिक उड्डयन मंत्री से मुलाकात की। उन्हें बिलासपुर से भोपाल, जबलपुर और प्रयागराज तक की उड़ान शुरू होने की जानकारी दी गई थी। दोनों नेताओं ने इसे अपनी कोशिशों का परिणाम बताया। इसके बाद श्रेय लेने के राजनीतिक आरोपों-प्रत्यारोपों को बल मिला। दरअसल इस मामले से बिलासपुर की जनता की भावना जुड़ी है, भाजपा और कांग्रेस दोनों की दलों का निशाना यह भावनाएं ही हैं।