ड्राइविंग लाइसेंस के लिए आवेदन से लेकर बन जाने तक लगने वाले महीनों इंतजार करने की समस्या भी खत्म हो जाएगी.
ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने की सोच रहे युवाओं के लिए ड्राइविंग टेस्ट देने की परेशानी हमेशा के लिए खत्म होने वाली है. साथ ही ड्राइविंग लाइसेंस के लिए आवेदन से लेकर बन जाने तक लगने वाले महीनों इंतजार करने की समस्या भी खत्म हो जाएगी. दरअसल सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने ड्राइविंग ट्रेनिंग सेंटर्स को लेकर एक ड्राफ्ट तैयार किया है. सरकार के इस ड्राफ्ट के नियम बन जाने के बाद लोग बिना परेशानी के लाइसेंस बनवा सकेंगे. दरअसल, सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने ड्राइवर ट्रेनिंग सेंटर्स को मान्यता दिए जाने के संदर्भ में अधिसूचना का मसौदा जारी किया है. सरकार इसकी मदद से लोगों को अच्छी ड्राइविंग ट्रेनिंग देना चाहती है.
लोगों को बेहतर ड्राइविंग ट्रेनिंग देने के लिए मंत्रालय ने इन केन्द्रों के लिए अनिवार्य जरूरतों और तौर-तरीका लागू करने का विस्तृत प्रस्ताव जारी किया है. इस प्रस्ताव में सरकार ने ड्राइविंग ट्रेनिंग सेंटर्स के लिए गाइडलाइन जारी की है, जिसके तहत लोगों को ड्राइवर के रूप में ट्रेंड किया जाएगा. इसके साथ ही मंत्रालय ने यह भी प्रावधान किया है कि कोई भी व्यक्ति, जो इन केन्द्रों से सफलतापूर्वक ट्रेनिंग पूरा कर लेगा तो उसे ड्राइविंग लाइसेंस के लिए आवेदन करते समय ड्राइविंग टेस्ट देने से छूट मिल जाएगी. यानी ड्राइविंग लाइसेंस के लिए टेस्ट नहीं देना होगा. सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने अपने बयान में कहा कि इस कदम से ट्रांसपोर्ट इंडस्ट्री को भी मदद मिलेगी, क्योंकि उसे विशेष रूप से ट्रेंड ड्राइवर मिल जाएंगे, जिससे ड्राइविंग कुशलता बढ़ेगी और सड़क दुर्घटनाओं में कमी आएगी. फिलहाल इस अधिसूचना के मसौदे को मंत्रालय की वेबसाइट पर लोगों के सुझावों के लिए अपलोड किया गया है, जिसके बाद उसे औपचारिक रूप से जारी कर दिया जाएगा. वर्तमान में ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने की प्रक्रिया ऑनलाइन कर दी गई है जिसके तहत आवेदनकर्ता को टेस्ट के लिए ऑनलाइन अप्लाई करने के बाद महीनों का इंतजार करना पड़ता है तब जाकर टेस्ट होता है. इसके बाद लाइसेंस मिलने तक काफी समय बर्बाद हो जाता है. ऐसे में सरकार के इस प्रस्ताव के लागू हो जाने के बाद ड्राइविंग टेस्ट की समस्या खत्म हो जाएगी.