अर्णव के व्हाट्सएप चैट से भाजपा का फर्जी राष्ट्रवाद बेनकाब : सुरेन्द्र वर्मा

अर्णव के व्हाट्सएप चैट से भाजपा का फर्जी राष्ट्रवाद बेनकाब : सुरेन्द्र वर्मा
  • केन्द्र की मोदी सरकार जवाब दें कि रक्षा विभाग की गुप्त सूचनायें अर्णब तक कैसे पहुंचती थी? 
  • जिस वक्त पुलवामा में हमारे जवान शहीद हो रहे थे अर्णव गोस्वामी इसे उत्सव बता रहे थे, इतनी क्रूरता लाते कहां से हो पूछता है भारत
रायपुर/16 जनवरी 2021। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता सुरेन्द्र वर्मा ने कहा है कि टीआरपी स्कैम के संदर्भ में अर्णव गोस्वामी के व्हाट्सएप चैट लीक से आ रही जानकारियां बेहद आपत्तिजनक है। चैट के माध्यम से पता चलता है कि अर्णव गोस्वामी और केन्द्र की मोदी सरकार की नजदीकियां कितनी है। यह भी साफ पता चलता है कि मोदी सरकार में अर्णव गोस्वामी की गहरी पैठ है। पूर्व में भी रफैल की फाइल रक्षा विभाग से चोरी हो जाने की बात माननीय सुप्रीम कोर्ट में कही गयी थी। गृह और रक्षा जैसे देश की आंतरिक सुरक्षा से संबंधित संवेदनशील विभागों में अर्णव गोस्वामी जैसे विकृत मानसिकता के उन्मादियों का दखल मोदी सरकार के संरक्षण के बिना संभव नहीं है। 
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता सुरेन्द्र वर्मा ने कहा है कि व्हाट्सएप के संदर्भ में आ रही जानकारियों के अनुसार चर्चा है कि जब पुलवामा में हमारे सैनिक शहीद हो रहे थे पूरा देश स्तब्ध था उस समय पत्रकारिता के नाम पर बांटने-काटने, हिंसा, नफरत और उन्माद फैलाने के एक सूत्रीय कार्यक्रम को अमलीजामा पहनाकर परोसने वाले फर्जी राष्ट्रवादी पत्रकार अर्णव गोस्वामी कह रहे थे इससे मोदी को चुनाव में फायदा होगा। भाजपा और मोदी सरकार यह स्पष्ट करें कि देश के गृह और रक्षा विभाग में किसके संरक्षण में अर्णव को घुसपैठ की आजादी दी गयी। सोचिये हर एक वाक्य में बात को देश, भारत, राष्ट्र और राष्ट्रवाद से जोड़ने वाले लोगों का असली चेहरा कैसे होता है? इससे बड़ा राजद्रोह और क्या हो सकता है कि इनको तमाम षड़यंत्रों और साजिशों की पूर्व सूचना थी फिर भी केवल चुनावी लाभ के लिये इतनी बड़ी घटना के राजदार बने रहे। अर्णव गोस्वामी के मैसेज उजागर होने से यह तो स्पष्ट हो गया है कि पुलवामा संयोग नहीं बल्कि निश्चित रूप से प्रतिक्रियावादियों के द्वारा सोची समझी साजिश और षड़यंत्र के तहत किया गया प्रयोग था। पत्रकारिता की आड़ में संविधान विरोधी उन्मादियों को संरक्षण देने वाली मोदी सरकार की विश्वसनीयता पूरी तरह से कटघरे में है। उरी, पठानकोट और पुलवामा से जुड़े हुये आज तक के तमाम आतंकवादी हमलों की जांच रिपोर्ट सार्वजनिक करें। मोदी सरकार और देश की जनता तथा शहीदों के परिजनों से माफी मांगे। केन्द्र सरकार देश की जनता को जवाब दें कि रक्षा विभाग की बेहद गुप्त सूचनायें अर्णव गोस्वामी जैसे निजी चैनल के एंकर तक कैसे पहुंचती थी और इसके लिये जिम्मेदार कौन-कौन है? 

The News India 24

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