इस दुकान में जूता, चप्पल, तेल, साबुन, गीजर, टूथपेस्ट, डिसपोजल बैग्स जैसी रोजमर्रा के जरूरत का हर सामान मिलेगा। बता दें ऐसी ही एक दुकान एक हफ्ते पहले टिकरी बॉर्डर पर भी खुली थी। रविवार की शाम सिंघु बॉर्डर पर दूसरी दुकान खुली है। इस दुकान में कुल 28 ऐसे सामान मिलेंगे जिनके लिए किसानों को भटकना पड़ता है।
मुफ्त सामान के लिए किसानों को एक टोकन नंबर दिया जाता है
यहां से मुफ्त सामान लेने के लिए किसानों को एक टोकन नंबर दिया जाता है। फर्जी लोगों से बचने के लिए सामान लेने वाले का नाम, नंबर, आधार कार्ड नंबर भी लिखा जा रहा है। बता दें कि किसानों की मदद के लिए कई गैर सरकारी संगठन, पार्टियां भी जोरों-शोरों से जुटी हुई हैं।
खालसा एड के एक कार्यकर्ता कुलबीर सिंह ने कहा, “हम यहां उन किसानों की सेवा कर रहे हैं जो हमें भोजन देते हैं। हमने यह दुकान इसलिए खोली क्योंकि हमें लगा कि किसानों को उनके जरूरत का सामान यहीं मिल जाना चाहिए। इनके अलावा किसानों को कंबल, गद्दे, गर्म कपड़े और भी कई सामान जल्द ही निःशुल्क दिए जाने की तैयारी है।
किसान मॉल में हमारे मॉल में अलग-अलग प्रदेश के 60,70 कार्यकर्ता काम कर रहे हैं और किसानों की सेवा कर रहे हैं। पूरी कोशिश कर रहे हैं कि मॉल में ज्यादा भीड़ ना लगे और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हो सके। किसान मॉल सुबह 9 से शाम 5 बजे तक खुला रहेगा।