महाराष्ट्र एवं गोवा के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के हाथों अभिनेता एवं हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. अजय सहाय हुए सम्मानित
रायपुर। सिनेमा में विशेष योगदान के लिए जाने-माने अभिनेता एवं हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. अजय सहाय महाराष्ट्र एवं गोवा के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के हाथों सम्मानित हुए। कार्यक्रम मुम्बई में राज भवन में आयोजित था।
अभिनय मानो डॉ. सहाय के जीवन का अभिन्न हिस्सा है। वे 200 से ज्यादा विभिन्न भाषाओं की फ़ीचर फ़िल्मों, प्रेरणादायी शार्ट फ़िल्मों, नृत्य नाटिकाओं, अलबमों एवं वृत्त चित्रों में महत्वपूर्ण किरदार निभा चुके हैं। निर्माता होने के साथ न सिर्फ अच्छे डायरेक्टर हैं, अपितु बेहतरीन पटकथा लेखक भी हैं। इन्होंने हमेशा ऐसा सिनेमा रचने की कोशिश की जिसमें गहरा सामाजिक संदेश हो। इनकी बहुत सी सिनेमाई कृतियां सामाजिक कुरीतियों पर प्रहार करती नज़र आईं। एक तरफ भ्रूण हत्या पर शार्ट फ़िल्म लाड़ली बनाई, वहीं कुष्ठ रोग पर आधारित लघु फ़िल्म कसक कलेजे को झकझोर कर रख देती है। सर्व शिक्षा अभियान को बढ़ावा देने वाली इनकी शार्ट फ़िल्म नौकरानी देश के कई हिस्सों में देखी और सराही जा रही है। एचआईवी-एड्स पर केन्द्रित लघु फ़िल्म अधूरा प्रेम न सिर्फ देश बल्कि विदेशों में भी देखी गई।
डॉ. सहाय के निर्देशन में बने स्वच्छ भारत अभियान पर आधारित धारावाहिक परिवर्तन का डीडी किसान नेशनल नेटवर्क व्दारा समय-समय पर प्रसारण किया जाता रहा है। सन् 2018 में छत्तीसगढ़ राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण व्दारा रायपुर में आयोजित राष्ट्रीय शॉर्ट फिल्म फेस्टिवल में नारी प्रताड़ना पर आधारित इनकी फ़िल्म कैसे बताऊं को सर्वश्रेष्ठ फ़िल्म का पुरस्कार मिला। साथ ही छत्तीसगढ़ हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश टी.बी. राधाकृष्णन के हाथों वे सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के राष्ट्रीय पुरस्कार से अलंकृत हुए। सिनेमा के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए दादा साहेब फाल्के अकादमी व फाउंडेशन अवार्ड तथा मुम्बई ग्लोबल अवार्ड से सम्मानित हो चुके हैं।
डॉ. अजय सहाय की चिकित्सा के क्षेत्र में दिए गए योगदान की फेहरिस्त लंबी है। राजधानी रायपुर स्थित सहाय हॉस्पिटल के वे मैनेजिंग डायेरक्टर हैं। विभिन्न मेडिकल व नॉन मेडिकल विषयों में दो दर्जन से ज्यादा डिग्रियां डिप्लोमा व फेलोशिप्स हासिल कर चुके हैं। इनमें डबल पीएचडी तथा कला एवं सिनेमा में डी लिट भी शामिल है। डॉक्टर सहाय एक लोकप्रिय मेडिकल टीचर, प्रेरक वक्ता, शिक्षा विद्, साहित्यकार, मानव अधिकार संरक्षक एवं समर्पित समाजसेवी हैं। अब तक एक हजार से ज्यादा निशुल्क स्वास्थ्य शिविरों व छह सौ से ज्यादा मेडिकल सेमिनारों का आयोजन करवा चुके हैं। इन क्षेत्रों में विशिष्ट उपलब्धियों के लिए 150 से ज्यादा क्षेत्रीय, राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार व सम्मान प्राप्त कर चुके हैं।