गोबर ने प्रदेश के ग्रामीण जनजीवन घोल दी है मिठास किसी ने गोबर बेचकर बाइक खरीदा, तो किसी ने पत्नी के लिए जेवर

गोबर ने प्रदेश के ग्रामीण जनजीवन घोल दी है मिठास किसी ने गोबर बेचकर बाइक खरीदा, तो किसी ने पत्नी के लिए जेवर

 

रायपुर। संवेदनशील छत्तीसगढिय़ा मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सरकार की महत्वाकांक्षी योजना जिससे ग्रामीण अंचल में खुशियों की बयार बह रही है, सर्वत्र खुशी के मुस्कुराता चेहरा दिखाई दे रहा है। सरकार की गोधन न्याय योजना के तहत ग्रामीण अंचल में अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ कर रहा है। ग्रामीण अब इस योजना से मालामाल हो रहे हैं। गोधन न्याय योजना के तहत ग्रामीण गोबर बेचकर अपनी हर जरूरत की चीजों को खरीदारी कर पूरा कर रहा है। कोई इस पैसे से गाय-भैंस खरीदकर दूध व्यवसाय को बढ़ा रहा है तो कोई मोटर साइकिल खरीद रहा तो कोई अपनी पत्नी के लिए जेवर खरीद रहा है। इस योजना से कांकेर जिले के चारामा विकासखंड के ग्राम आंवरी के भूमिहीन किसान रामनाथ ठेठवार ने भी गोबर बेचकर 27 हजार कमाए इस पैसे से रामनाथ ने उन्नत नस्ल की गाय व बछिया खरीदी जिससे वे अपने दुग्ध के व्यवसाय को बढ़ाकर आर्थिक रूप से सुदृढ़ता की ओर आगे बढ़ेगा। गोबर बेचने से हुई आय से किसान गदगद है। क्योंकि अब उनका जीवन संवर रहा है। छत्तीसगढ़ के किसान बारह महीने दिवाली और मडई मना रहे है। गोबर खरीदी देश का ऐतिहासिक फैसला है। भूपेश बघेल ने बता दिया कि वे किसानों, मजदूरों और निम्नवर्ग के उत्थान के लिए कार्य करते रहेंगे। हर हाल में उनका जीवन स्तर उठा कर ही दम लेंगे। उन्होंने गोबर खरीदी योजना शुरू कर एक नया अध्याय जोड़ दिया है। जिसकी पूरे देश में प्रशंसा हो रही है। पशुपालक तो खुश हैं साथ ही खेती किसानी वाले भी गदगद है। गांव-गांव में गौठान बनने से लोग पशुें को खुले में नहीं छोड़ रहे है। जिससे हाइवे में एक्सीडेंट और खेतों का नुकसान थम गया है। गायों की अकाल मौत पर पूरी तरह विराम लग चुका है। पशुओं से खेत की सुरक्षा बढऩे से किसान निश्चिंत हो गया है गोवंश संरक्षण से दुग्ध उत्पादक किसानों की आय में चौतरफा वृद्धि हो रही है। इस योजना के आने से पहले पशुओं को संरक्षण और सुविधा को लेकर कोई ठोस विकल्प नहीं था, जिससे आए दिन पशुओं की अकाल मौत हो रही थी। गोधन न्याय योजना से किसानों को खेती से लेकर बाड़ी में फसल उत्पादन करने का पर्याप्त समय मिलने के साथ पशुओं से होने वाले नुकसान से भी बच गए है। ग्रामीणों का कहना है कि मुख्यमंत्री ने इस योजना को लागू कर लाखों किसानों को चिंतामुक्त कर दिया है। भूपेश बघेल ने एक तीर से कई निशाना साधा है, गोधन न्याय योजना से किसान ,मजदूरों की आय बढ़ा है। खरीदे गए गोबर से वर्मी कम्पोस्ट तैयार कर इसकी बिक्री सहकारी समिति में करने पर उन्हें तुरंत भुगतान भी मिल रहा है। छत्तीसगढ़ में जैविक खेती की शुरूआत हुई जिससे गा्रमीणों को रोजगार मिल रहा है। इस योजना से ढेरों लाभ किसान, मजदूर और ग्रामीणों को मिल रहा है। भूपेश बघेल ने बता दिया कि जहां चाह वहां राह निकल ही जाएगी। भूपेश सरकार की गोधन न्याय योजना से गांव-गांव में खुशहाली छाई हुई है, गोबर बेचकर तो जरूरत की सामग्री खरीदी के साथ जीवन स्तर को ऊंचा उठा रहे है। अधिकतर लोग गाय-भैंस की खरीदी करने के साथ अपने बच्चों को आनलाइन शिक्षा के साथ ग्रेज्युेट बच्चों को यूपीएससी -पीएससी की तैयारियां कराने के लिए दिल्ली, कोटा, चेन्नई, मुंंबई भेजने के लिए आगे आ रहे है। दुर्ग के आदर्श नगर निवासी महेश इमनानी ने तो एक कदम आगे बढ़कर काम किया. अपनी स्कार्पियों को मोडीफाइड कर उसमें पशुपालकों का गोबर ढोकर हजारों रुपए महीना कमा रहे है। एक प्रकार से देखा जाए तो भूपेश बघेल ने सबको काम पर लगा कर एक निश्चित आमदानी का मालिक बना दिया है। चारों तरफ प्रदेश में खुशियों की बयार बह रही है। किसानों को खेती किसानी के साथ तीज-त्योहार मनाने के लिए हर माह बोनस का किस्त और गोबर से भुगतान मिलने के साथ अन्नदाताओं का एक-एक दाना खरीद कर सरकार त्वरित भुगतान सुविधा से जोड़ कर किसान और बैंक के बीच सेतु का निर्माण कर दिया है। किसानों के साथ किसी को भी सोसायटी या कृषि विभाग के चक्कर लगाने की जरूरत नहीं है, बैंक सीधे आपके खाते में भुगतान कर फोन के माध्यम से सूचना दे रही है। भूपेश बघेल प्रदेश के ऐसे मुख्यमंत्री जिनके कार्यकाल की शुरूआत किसानों की कर्ज माफी पर हस्ताक्षर करने से हुई थी।

The News India 24

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