भाजपा नेता साय ने की भूपेश सरकार की तारीफ, राज्य सरकार आदिवासियों की हितैषी, CS जैसे पद पर आदिवासी
जशपुर/रायपुर,23 जुलाई 2019। भाजपा के प्रदेश में सत्तानशीं रहते बीजेपी सरकार को सवालों से निशाने पर लेने वाले तेज तर्रार आदिवासी नेता, मौजुदा समय में राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग के अध्यक्ष नंद कुमार साय ने एक ऐसा बयान दिया है, जो बीजेपी के लिए फिर मुसीबत से कम नही है, वहीं कांग्रेस के लिए दिल गार्डन गार्डन वाला मसला हो गया है।
दरअसल जशपुर में मीडियाकर्मियों से बातचीत में प्रदेश सरकार पर टिप्पणी करते हुए कहा
“6 माह में किसी सरकार का आंकलन करना उचित नही है, वैसे छत्तीसगढ सरकार आदिवासियों की हितैषी सरकार है”
साय ने यह जोड़ा –
“इस सरकार में चीफ सेक्रेट्री जैसे पद पर भी आदिवासी लोग हैं..और शराबबंदी का वादा सरकार को निभाना चाहिए”
नेशनल एसटी कमीशन के अध्यक्ष नंद कुमार साय का बयान ऐसे समय आया है जबकि प्रदेश बीजेपी आदिवासियों की हित सुरक्षा को लेकर प्रदेश सरकार पर लगातार हमले कर रही है। कवर्धा समेत दिगर इलाक़ों में हिरासत में आदिवासियों की मौत को लेकर बीजेपी आंदोलन की भुमिका में है।
ज़ाहिर है राष्ट्रीय अजा आयोग के अध्यक्ष नंद कुमार साय का ऐसे वक्त आया बयान कांग्रेस के लिए बल्ले बल्ले मोड वाला है। नतीजतन कांग्रेस ने बिलकुल मौका नही गँवाया है, और प्रदेश कांग्रेस के मीडिया सेल प्रमुख शैलेष नितिन त्रिवेदी ने NPG से कहा
“अनुसूचित जनजाति आयोग के राष्ट्रीय अध्यक्ष नंद कुमार साय के द्वारा भूपेश बघेल ज़ी की सरकार के आदिवासी हितैषी होने की बडी बात कही गई है,उनके द्वारा कही गई यह बात आदिवासी संरक्षण के लिए बनाए गए देश के सबसे बड़े और प्रमुख निकाय का बयान है..जो लोग सरकार पर आदिवासी विरोधी होने का आरोप लगाते हैं मैं समझता हूँ ऐसे हर आरोप का इससे बेहतर खंडन नही मिल सकता”