तीन काले कानूनों के विरोध में….कांग्रेस की पत्रिका में सारे सवालों के जवाब
रायपुर/10 अक्टूबर 2020। छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने आज केन्द्र सरकार के किसान मजदूर विरोधी तीन काले कानूनों पर एक पुस्तिका का विमोचन किया। इस पुस्तिका में उन सभी सवालों के जवाब है जो किसानों, मजदूरों और आम जनता में उठ रहे हैं।
प्रदेश प्रभारी पी.एल. पुनिया और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम, सहित मंत्रिमंडल के सभी सदस्य व वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं ने इसका विमोचन किया। इस पुस्तिका में बताया गया है कि कांग्रेस इसका विरोध क्यों कर रही है और क्यों जनता को इन काले कानूनों का विरोध करना चाहिए।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के संचार विभाग के प्रमुख शैलेश नितिन त्रिवेदी ने बताया कि इस पुस्तिका में क्या इस कानून से कृषि उपज मंडियां ख़त्म हो जाएंगी ? मंडी और समिति खत्म होने से क्या नुकसान है? क्या किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य मिलेगा ? समर्थन मूल्य पर सबसे बड़ा झूठ क्या है? क्या समर्थन मूल्य ख़त्म करने के लिए भ्रम फैला रही है मोदी सरकार? एक देश एक बाजार’ का दावा कितना सच है? क्या हम ठेका खेती या ’कॉन्ट्रेक्ट फार्मिंग’ की ओर जा रहे हैं? क्या कंपनी ठेका तय होने के बावजूद वादे से पलट सकती है? क्या बड़ी कम्पनियां जमींदार बनने जा रही है? क्या राशन कार्ड से राशन मिलना बंद हो जाएगा? बिहार में भी तो मंडियां ख़त्म हुई थी उसका क्या असर पड़ा? यह तीनों कानून संविधान के खिलाफ कैसे हैं? क्या उपभोक्ता के लिए आवश्यक वस्तुएं महंगी हो जाएंगी ? जमाखोरी से ग्रामीण इलाकों पर क्या असर पड़ेगा? खेतिहर मजदूरों पर क्या असर पड़ेगा? क्या नरेंद्र मोदी विदेशी दबाव में हैं ? क्या भाजपा झूठ बोल रही है कि कांग्रेस का भी यही वादा था ? आदि सवाल है।
revised kisan virodhi
नरेन्द्र मोदी के कार्टून के अलावा इसमें विभिन्न कार्टून लगाए गए हैं। इस पुस्तिका में इस भ्रामक प्रचार का स्पष्टीकरण भी दिया गया है कि कांग्रेस भी यही कानून बनाना चाहती थी। कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख शैलेश नितिन त्रिवेदी ने बताया कि प्रदेश कांग्रेस कमेटी की ओर से इस पुस्तिका की लाखों प्रतियाँ प्रदेश भर में बंटवाई जाएंगी।