प्रदेश के किसानों को छलने और धोखा देने वाली भाजपा को किसान हित पर बोलना शोभा नही देता है: विकास तिवारी
भाजपा अध्यक्ष श्री विष्णुदेव साय के बयान पर कांग्रेस प्रवक्ता विकास तिवारी का तीखा पलटवार-
कांग्रेस सरकार पिछले वर्ष 80 लाख टन से ज्यादा की धान खरीदी है किसानों से इससे भाजपा तिलमिला उठी
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस वर्ष एक लाख टन धान किसानों से खरीदने का लक्ष्य रखा है
15 सालो में किसानों की दुर्दशा बिगड़ने वाले आज किसान हित की बाते कर रहे है
रायपुर/ 05 अक्टूबर 2020। छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव एवं प्रवक्ता विकास तिवारी ने भाजपा अध्यक्ष विष्णुदेव साय के बयान को छलावा मात्र भर बताया है उन्होंने कहा कि 15 सालों में किसानों को की दुर्दशा करने वाले भाजपा के नेता अब घड़ियाली आंसू बहा रहे हैं जबकि पूरे प्रदेश के किसानों ने भाजपा को नकार दिया है कांग्रेस सरकार पिछले वर्ष 80 लाख टन से ज्यादा धान किसानों से खरीदा जो कि अपने आप में एक रिकॉर्ड था उस खरीदी को देख भाजपा के नेता तिलमिला उठे और बेतुका बयान जारी कर किसान हितैषी होने का स्वांग रच रहे हैं। इस वर्ष धान खरीदी का लक्ष्य एक लाख टन है।
कांग्रेस प्रवक्ता विकास तिवारी ने भाजपा के आरोपो का बिंदुवार जवाब दिया-
1 कृषि का रकबा कम करने वाली भाजपा और प्रति एकड़ 10 क्विंटल धान खरीदने का हिटलर शाही फरमान जारी करने वाली भाजपा को 20 क्विंटल धान खरीदी की मांग किस मुँह से कर रही है,एक ओर जहाँ मोदी सरकार द्वारा धान समर्थन मूल्य 2500 देने पर बोनस नही देने की बात कही गयी वही भाजपा के प्रदेश के नेता अपने मुंह मिया मिट्ठू बन रहे है और किसानों को गुमराह करने का हथकंडा अपनाने का प्रयास कर रहे है।क्या भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मोदी सरकार को पत्र लिखकर धान समर्थन मूल्य 2500 रु और बोनस की राशि की मांग करने का हिम्मत दिखाएंगे।
2. 15 सालों में किसानों की दुर्दशा करने वाले उन पर लाठियां भांजने वाले उन्हें जेलों में ठूसने वाले भारतीय जनता पार्टी के नेताओं को घड़ियाली आंसू बहाना बंद कर देना चाहिए पूर्ववर्ती रमन सरकार के समय प्रदेश के किसानों ने आत्महत्या तक कर ली थी ना उन्हें धान समर्थन मूल्य 2100 रु मिल रहा था,न 300 रु हर साल बोनस के,ना गन्ने का सही मूल्य मिल रहा था और टमाटर और को सैकड़ों ट्राली रोड में फेंकने के लिए छत्तीसगढ़ के किसान मजबूर थे उस समय पूरी भारतीय जनता पार्टी किसानों की दुर्दशा पर मुस्कुराती थी और आज वह किसान हितैषी बनने का ढोंग कर रहे हैं।
3.भाजपा के नेता शेखचिल्ली जैसी बातें कर रहे हैं 15 साल झूठ की बुनियाद पर सरकार चलाने वाले सत्ता से बेदखल होने के बाद मानसिक सुध बुध खो बैठे हैं चुनावी घोषणा पत्र में 2100 रु धान समर्थन मूल्य और हर साल 300 रु बोनस देने की बात करके चुनाव जीतने वाले भाजपा के नेता अपने वादे से पलट गए और पूरे 5 साल तक किसानों को 2100 रुपया धान समर्थन मूल्य नहीं दिया और ना 300 रु बोनस हर साल दिया जिसके कारण प्रदेश के किसान बेहाल हो गए और पूर्ववर्ती भाजपा सरकार ने पूरे प्रदेश में हजारो एकड़ कृषि जमीन को किसानों से छीनने का काम भी भाजपा की सरकार ने किया था और जब बस्तर के किसानों को उनकी अट्ठारह सौ एकड़ जमीन कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के कहने पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने तत्काल वापस कर दी तो भाजपा तिलमिला उठी।
4. 2100 रु धान समर्थन मूल्य और 300 रु बोनस का वादा भाजपा ने किया था और अब वह निर्लज्जता से अपने बकाया धान समर्थन मूल्य को प्रदेश सरकार को देने के लिए कह रहे हैं इससे बड़ी हास्यप्रद बात नहीं होगी भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णु साय को उक्त राशि मोदी सरकार से मांग कर प्रदेश के किसानों को तत्काल वितरित करवानी चाहिए और प्रदेश के किसानों से पूर्ववर्ती रमन सरकार के किसान विरोधी कृतियों के लिए हाथ जोड़कर माफी भी मांगी चाहिए
5.गिरदावरी के बहाने प्रदेश शासन किसानों का रकबा घटाने की साज़िश की कोरी अफवाह भारतीय जनता पार्टी के किसान विरोधी नेता उड़ा रहे हैं भाजपा नेताओं को यह समझ लेना चाहिए कि प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल खुद एक किसान हैं और किसानों का मर्म वह जानते हैं पिछले 15 सालों से छत्तीसगढ़ जैसे शांत प्रदेश के किसानों को आत्महत्या का कदम तक उठाने को मजबूर करने वाले भाजपा नेताओं को अफवाह फैलाने से बचना चाहिए यह एक कानूनी अपराध की श्रेणी में आता है।
6.15 सालों में प्रदेश के किसानों का धान का भंडारण और परिवहन की समुचित व्यवस्था करने में नाकाम भाजपा नेता अब शेखचिल्ली की भाषा बोल रहे हैं कमीशनखोरी और भ्रष्टाचार से लिप्त पूर्ववर्ती भाजपा सरकार के समय करोड़ों अरबों रुपए का परिवहन घोटाला किया गया था जिसमें भाजपा के और आरएसएस के नेता शामिल थे धान परिवहन के नाम पर करोड़ों अरबों रुपए का घोटाला करने वाले भाजपा नेता गैर जिम्मेदाराना बयानबाजी बंद करें और 15 सालों में प्रदेश के किसानों की दुर्दशा पर उनसे हाथ जोड़कर माफी मांगे और पश्चाताप करें।