छत्तीसगढ़ के बलरामपुर के पीड़ित परिवार के प्रमुख के बयान से भाजपा के दुष्प्रचार की पोल पट्टी खुल गई:शैलेश नितिन त्रिवेदी
- उत्तरप्रदेश के बलरामपुर भदोही और हाथरस की घटनाओं से भाजपा का नारी विरोधी और अनुसूचित जाति विरोधी चरित्र हुआ बेनकाब
- भाजपा बंगाल, बिहार चुनाव में सफाया हो जाने के खतरे से जूझ रही है
- भाजपा का वास्तविक नारी विरोधी चरित्र हो चुका है उजागर
रायपुर/05 अक्टूबर 2020। बलरामपुर में हुई बलात्कार की दुखद घटना को लेकर कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि जब पीड़िता के पिता कह रहे हैं कि वे पुलिस और प्रशासन की कार्रवाई से पूरी तरह से संतुष्ट हैं तो फिर भाजपा इसे लेकर राजनीतिक रोटियां सेंकने में क्यों लगी हुई है?
उन्होंने कहा है कि भाजपा विपक्षी दलों पर राजनीति करने का आरोप लगा रही है जबकि सच यह है कि उत्तर प्रदेश के हाथरस में पीड़िता का परिवार आरोप लगा रहा है कि सरकार के स्तर पर लीपापोती और प्रलोभन देने की कोशिश हो रही है। यदि हाथरस में भी अजय बिष्ट की सरकार ने फ़ौरन कार्रवाई की होती, मामला दर्ज किया होता और परिवार को विश्वास में लेकर कार्रवाई की होती तो यह नौबत न आती जो आज आई है। वैसे भी उत्तर प्रदेश में इस तरह का इतिहास बिष्ट सरकार बना रही है और वह प्रकारांतर से आरोपियों को बचाने की कोशिशों में लगी हुई दिखती है।
कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि भाजपा ने 2019 में लोकसभा चुनाव नारी सुरक्षा के मुद्दे पर लड़ा था लेकिन उत्तरप्रदेश की अजय सिंह बिष्ट सरकार और भाजपा का नारी विरोधी चरित्र हाथरस उत्तरप्रदेश के बलरामपुर और उत्तरप्रदेश के भदोही की घटनाओं में बेनकाब हो चुका है। भाजपा यह समझ गई है कि राजनीतिक रूप से भाजपा की छवि अब पूरी तरह से धूमिल हो चुकी है। भाजपा अब बिहार और बंगाल चुनाव में महिलाओं में गहरी नाराजगी के चलते सफाया हो जाने के खतरे से जूझ रही है।
कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि भाजपा ने अब अपने बचाव के लिये कांग्रेस की राज्य सरकारों के खिलाफ झूठा प्रचार करने की रणनीति अपनाई है। छत्तीसगढ़ के बलरामपुर के पीड़ित परिवार के मुखिया द्वारा छत्तीसगढ़ सरकार और पुलिस प्रशासन की त्वरित और प्रभावी कार्यवाही पर संतोष व्यक्त करने से भाजपा के झूठे प्रचार अभियान की कलई खुल गई है।
कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि अब यह स्पष्ट हो गया है कि भाजपा के सोच में अनुसूचित जाति, जनजाति, पिछड़े वर्ग के लोगों के प्रति कोई सम्मान नहीं है। भारतीय जनता पार्टी समाज के कमजोर वर्गों को सम्मानपूर्वक जीवन जीने के अधिकार से वंचित करने की रणनीति पर उत्तरप्रदेश और बिहार में काम कर रही है। छत्तीसगढ़ में अनुसूचित जाति वर्ग के लोगों के द्वारा जिस तरह से भाजपा के खिलाफ आवाज उठाई गई उससे अजय सिंह बिष्ट के साथ-साथ रमन सिंह, रमन सिंह के तमाम अनुयाई और रमन सिंह की बी टीम सकते में आ गई है। इसीलिए छत्तीसगढ़ में भी भाजपा अपनी प्रवृत्ति के अनुसार झूठ बोलने और षड्यंत्र करने की राजनीति को आगे बढ़ाने में लग गई है।