नगरीय प्रशासन मंत्री की अध्यक्षता में प्रदेश कांग्रेस अनुसूचित जाति विभाग और समाज प्रमुखों व सामाजिक संगठनों के साथ बैठक
- हाथरस में हुई गैंगरेप एवं हत्या की जघन्य घटना के लिए निंदा प्रस्ताव पारित
- उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अजय कुमार बिस्ट उर्फ योगी आदित्य सिंह के विरुद्ध एट्रोसिटी-एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज करने राष्टपति के नाम सौंपा जायेगा ज्ञापनः-मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया
- श्री योगी आदित्यनाथ को तत्काल मुख्यमंत्री पद से हटाने राष्ट्रपति से करेंगे मांग
- पांच, छह और सात अक्टूबर को क्रमशः ब्लाक, जिला एवं प्रदेश स्तर पर धरना–प्रदर्शन कर घटना के खिलाफ राष्ट्रपति के नाम सौपा जायेगा ज्ञापन
रायपुर, 01 अक्टूबर 2020/ नगरीय प्रशासन और श्रम मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया की अध्यक्षता में आज यहां उनके शासकीय निवास कार्यालय में उत्तरप्रदेश के हाथरस में हुई गैंगरेप एवं हत्या की वीभत्स घटना के संबंध में प्रदेश कांग्रेस अनुसूचित जाति विभाग, समाज प्रमुखों व सामाजिक संगठनों के साथ बैठक आयोजित की गई । बैठक में गैंगरेप व हत्या की दर्दनाक घटना की निंदा करते हुए आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने की मांग की है । मंत्री डॉ. डहरिया ने कहा कि यह जघन्य घटना उत्तरप्रदेश सरकार के संरक्षण में घटित हुआ है । उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रजातंत्र और देश के संविधान के विरुद्ध पीड़िता की शव को बिना परिजनों की उपस्थिति एवं सहमति के बगैर अंतिम संस्कार कर दिया गया है । उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अजय कुमार बिस्ट उर्फ योगी आदित्यनाथ सिंह के विरुद्ध एट्रोसिटी एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज कराने राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपेंगे । साथ ही युपी सरकार के संरक्षण में घटित जघन्य घटना के लिए मुख्यमंत्री योगीनाथ को तत्काल पद से बर्खास्त करने की मांग करेंगे । आंदोलन की रुपरेखा तय करने के लिए तीन अक्टूबर को दोपहर दो बजे राजीव भवन शंकर नगर में मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया की अध्यक्षता में प्रदेश कांग्रेस अनुसूचित जाति विभाग एवं अनुसूचित जाति समाज के प्रमुखजनों की बैठक रखी गयी है ।
नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. डहरिया ने बताया कि उत्तरप्रदेश के हाथरस जिले में घटित घटना के खिलाफ छत्तीसगढ़ में प्रदेश कांग्रेस अनुसूचित जाति विभाग, गुरुघासीदास साहित्य एवं संस्कृति अकादमी, राजश्री सद्भावना महिला समिति सहित प्रदेश के सर्व अनुसूचित जाति समाज तथा महिलाओं द्वारा पांच अक्टूबर को ब्लाक स्तर, छह अक्टूबर को जिला स्तर और सात अक्टूबर को प्रदेश स्तर पर व्यापक धरना प्रदर्शन एवं रैली कर तहसीलदार, अनुविभागीय अधिकारी द्वारा कलेक्टर को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा जायेगा । परिस्थितियों के अनुकूल राष्ट्रीय स्तर पर आंदोलन कर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ को बर्खास्त करने की मांग किया जायेगा ।
बैठक में हाथरस की घटना दिनांक 14 सितम्बर के बाद परिजन द्वारा एफआईआर दर्ज कराने के बावजूद पुलिस प्रशासन और उत्तरप्रदेश सरकार द्वारा कार्यवाही नही किया जाना संदेह को जन्म देती है । पीड़िता की गंभीर स्थिति के बावजूद उत्तर प्रदेश सरकार ईलाज के लिए उन्हें मरने का इंतजार करते रहा और हद तो तब हो गई जब सरकार पीड़िता की मृत्यु के बाद बिना परिजन की उपस्थिति एवं सहमति हिन्दू धर्म संस्कार के विरुद्ध जाकर पीड़िता का अंतिम संस्कार कर दिया गया । उत्तर प्रदेश सरकार ऐसी वीभत्स घटना को अंजाम देकर अनुसूचित जाति समाज का अपमान किया है । इस तरह की घटना प्रजातंत्र और देश के संविधान के खिलाफ है ।
इस अवसर पर गुरुघासीदास साहित्य एवं संस्कृति अकादमी के अध्यक्ष श्री के.पी. खण्डे, प्रदेश कांग्रेस कार्यसमिति की सदस्य एवं प्रभारी-समस्त विभाग एवं महिला कांग्रेस तथा राजश्री सद्भावना समति की प्रदेशाध्यक्ष श्रीमती शकुन डहरिया, डॉ. जे.आर. सोनी, एम.डी. माहिलकर, सुंदरलाल जोगी, एस.पप्पू बघेल, प्रकाश मारकंडे, लक्ष्मीकांत गायकवाड़, अरुण मंडल सहित अनेकों लोग उपस्थित थे ।