कमीशनखोरी की भेंट चढ़ा एक्सप्रेस वे: रिजवी
एक्सप्रेस वे का नामकरण हो कमीशन वे: रिजवी
रायपुर। 08 सितंबर 2020। जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के मीडिया प्रमुख, मध्यप्रदेश पाठ्यपुस्तक निगम के पूर्व अध्यक्ष, पूर्व उपमहापौर तथा वरिष्ठ अधिवक्ता इकबाल अहमद रिजवी ने एक्सप्रेस वे निर्माण के पीछे भाजपा के नेताओं का स्वार्थ स्पष्ट परिलक्षित होता है। भाजपा शासनकाल में हर क्षेत्र में कमीशनखोरी का बोलबाला था इसीलिए कमीशन में बड़ी रकम मिलने की लालच में करोड़ों की बेमसरफ़ की योजनाओं पर भाजपा शासन का ध्यान केन्द्रित रहता था। गुणवत्ता विहीन एक्सप्रेस वे कमीशनखोरी का प्रत्यक्ष प्रमाण है। सम्पन्न विधानसभा चुनाव में वर्ग विशेष के वोट हासिल करने जल्दी-जल्दी में बनाई गई अधूरी एक्सप्रेस वे के निर्माण में घटिया सामग्री लगाई गई और लापरवाह ठेकेदार एवं स्वार्थी भाजपाई नेताओं द्वारा गुणवत्ता को जानबूझकर नजरअंदाज किया गया। करोड़ों की फिजूलखर्ची का प्रत्यक्ष उदाहरण स्काईवाक भी है। ऐसी कमीशनखोरी की योजनाओं की जांच में कांग्रेस सरकार चुप्पी साधे हुए है। ऐसी बेकार की फर्जी योजनाओं का अंबार लगा हुआ था जिसकी निष्पक्ष अगर जांच करवाई जाए तो संलिप्त नेतागण सलाखों के पीछे नज़र आएगें।
रिजवी ने माननीय मुख्यमंत्री से भाजपा शासनकाल की कमीशनखोरी की निष्पक्ष उच्च स्तरीय जांच शीघ्र करवाने की मांग की है। कमीशनखोरों ने पूर्व मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह की चुनावी साल में कमीशनखोरी से परहेज करने के आव्हान को नकार दिया था तथा भाजपा को शर्मनाक पराजय का सामना करना पड़ा था।