पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह को प्रदेश के बेरोजगारों से माफी मांगनी चाहिये न कि ट्वीट करना चाहिये : तिवारी
- पूर्व मुख्यमंत्री पच्चीस लाख पंजीकृत बेरोजगार और उतने ही अपंजीकृत बेरोजगारों के गुनाहगार थे
- पढ़े-लिखे युवा और युवतियां रमन राज में पलायन करने को मजबूर थे
- मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने शिक्षा कर्मियों की भर्ती हेतु सात दिनों ने रिपोर्ट मांगा है
- डॉ रमन सिंह बताये की किन कारणों से केंद्र सरकार के तीस लाख रिक्त पदों में नियुक्तियां नही हो रही है
रायपुर/08 सितंबर 2020। छत्तीसगढ़ कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता एवं सचिव विकास तिवारी ने पूर्व मुख्यमंत्री एवं भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ रमन सिंह के ट्विटर में किए गए बयान पर पलटवार करते हुए कहा है कि पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह और भाजपा को प्रदेश के 25 लाख पंजीकृत और 25 लाख पंजीकृत बेरोजगारों से माफी मांगनी चाहिए यह 50 लाख बेरोजगार पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह के शासन के समय के हैं भाजपा सरकार के समय युवाओं को झूठा वादा कर उनसे वोट तो ले लिया जाता था लेकिन उन्हें रोजगार नहीं दिया जाता था जिसके कारण प्रदेश के पढ़े-लिखे युवा युवा कमाने-खाने के लिये बड़े तादात में पलायन करने को मजबूर होते थे। पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह और उनके मंत्री सहित तत्कालीन अधिकारीगण एवं उनके परिजन सरकारी पैसों से 15 सालों में अनेक देशों की यात्रा किए जिसका की उद्देश्य छत्तीसगढ़ राज्य में उद्योग और विदेशी कंपनियों को लाकर रोजगार देने का था लेकिन सरकारी पैसों से विदेश में पिकनिक मना कर वापस लौट जाते थे पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह जिसके कारण 15 सालों में एक भी विदेशी निवेश और कल कारखानों की स्थापना नहीं हो पाया।
कांग्रेस प्रवक्ता विकास तिवारी ने कहा कि प्रदेश में शिक्षकों की भर्ती के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल बेहद संजीदा है और उन्होंने विभाग से सात दिनों के अंदर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए कहा है लेकिन कोरोना महामारी के समय भाजपा नेता स्तरहीन राजनीति करने में उतारू हो चुके हैं। अगर पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह प्रदेश के युवाओं के रोजगार के लिए संजीदा हैं तो उन्हें तत्काल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर केंद्र सरकार के पास रिक्त तीस लाख पदों में से कम से कम तीन लाख पदों पर छत्तीसगढ़ के पढ़े-लिखे युवाओं को नियुक्त करने के लिए आग्रह करना चाहिए क्योंकि डॉक्टर रमन सिंह भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी है इससे प्रदेश के पढ़े-लिखे युवाओं को काफी राहत मिल पाएगी लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय नेतृत्व के सामने पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह की दाल नहीं गलती प्रदेश के पढ़े-लिखे युवाओं के लिए वह नौकरी नहीं मांग सकते है।
कांग्रेस प्रवक्ता विकास तिवारी ने पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह और भारतीय जनता पार्टी से पूछा कि जब प्रदेश से कांग्रेस सरकार रुखसत हुई तो खजाने में चार सौ करोड़ रुपया था और जब डॉ रमन सरकार रुखसत हुई तो प्रदेश पर तिरलिस हजार करोड़ का भारी भरकम कर्ज था और पचास लाख पढ़े-लिखे युवा-युवतियां बेरोजगार थे किन कारणों से प्रदेश सरकार को भारी भरकम बोझ कर्ज के बोझ तले दबाया गया और प्रदेश के युवा युवतियों को रोजगार भाजपा की रमन सरकार नहीं दिला पाई इस बात को भी बताने की आवश्यकता है पूर्वर्ती रमन सरकार में कमीशन खोरी और भ्रष्टाचार के कारण प्रदेश के लाखों लाख युवा युवतियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने वाले पूर्व मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह को ट्विटर और सोशल मीडिया के माध्यम से प्रदेश के युवा-युवतियों से माफी मांगना चाहिये।