मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की योजना तुंहर पढ़ई तुंहर दुवार के तर्ज पर तुंहर परीक्षा तुंहर दुवार पर केन्द्र सरकार को संज्ञान लेना था
- जेईई और नीट के एक भी अभ्यार्थी छात्र-छात्राओं को कोरोना संक्रमण होने और परीक्षाफल विपरीत आने का दारोमदार केन्द्र की मोदी सरकार का होगा
- कोरोना महामारी के समय जेईई और नीट के अभ्यार्थी छात्र-छात्राओं और उनके परिजन भयभीत है और केन्द्र सरकार नीरो की भूमिका में है
- कांग्रेस सरकार की योजना तुंहर पढ़ई तुंहर दुवार की तारीफ केन्द्र सरकार ने की उसी तर्ज पर जेईई और नीट के परीक्षा आयोजित करना था
रायपुर/31 अगस्त 2020। छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता एवं सचिव विकास तिवारी ने कल से प्रारंभ होने वाले जेईई परीक्षा के अभ्यार्थियों के लिये पूरे प्रदेश भर में निःशुल्क परिवहन की व्यवस्था करने पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और कांग्रेस सरकार का आभार छात्र-छात्राओं की ओर से किया। देश में कोरोना कोविड-19 का सक्रंमण बहुत तेजी से फैल रहा है और कोरोना संक्रमित राष्ट्रों की सूची में भारत देश तीसरे स्थान पर है। इस महामारी के कारण देश में 60 हजार से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है, जिससे कि जेईई में सम्मिलित होने वाले अभ्यार्थी और उनके परिजन बहुत चिंतित थे। और उनके द्वारा मांग की गयी थी कि इन परीक्षाओं को अभी टाला जाना चाहिये। उनका तर्क था कि जब राजस्थान राज्य के कोटा से महीनों पहले जब उनके बच्चों को वापस लाया गया तब कोरोना का संक्रमण तेजी से नहीं फैला हुआ था, उसके बावजूद भी उन बच्चों को 14 दिन क्वारेंटाइन रखा गया था। अब जब कोरोना महामारी का फैलाव तेजी से हो रहा है तो जेईई के छात्र-छात्राओं को परीक्षा में शामिल करवाया जा रहा है जिससे कि छात्र-छात्राओं के परिजन अपने बच्चों के संक्रमित होने के भय से चिंतित है और दूसरी ओर परीक्षार्थी भी एक ओर परीक्षा और दूसरी ओर कोरोना संक्रमण से चिंतित होने के कारण परीक्षा में एकाग्रचित नहीं हो पा रहे है।
कांग्रेस प्रवक्ता विकास तिवारी ने कहा कि जब कोरोना भारत वर्ष में दस्तक दे रहा था तब कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केन्द्र सरकार को इस भयावह संक्रमण की ओर आगाह किया था। परंतु केन्द्र की मोदी सरकार टार्च, मोमबत्ती, दीया जलवाकर थाली घंटी बजवाने में व्यस्त थी और कोरोना से 25 लाख से अधिक लोग ग्रसित हो चुके है। उस समय प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और उनकी सरकार द्वारा प्रदेश भर के लाखों छात्र-छात्राओं के भविष्य को सुरक्षित रखने के लिये तुंहर पढ़ई तुहंर दुवार योजना को अमलीजामा पहनाकर मूर्त रूप देने में लगे थे। इस महती योजना के तहत छात्र-छात्रा अपने घरों में ही रहकर ऑनलाईन पढ़ाई के माध्यम से अध्ययन का कार्य सुचारू रूप से कर रहे है। केन्द्र की मोदी सरकार द्वारा इस योजना की तारीफ की गयी और नीति आयोग के द्वारा इस योजना को सराहा गया। कोरोना महामारी के समय तुंहर पढ़ई तुंहर दुवार योजना छात्र-छात्राओं के भविष्य निर्माण हेतु संजीवनी बुटी जैसा काम कर रहा है। अगर समय रहते केन्द्र की मोदी सरकार द्वारा मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से सलाह मांग कर तुंहर परीक्षा तुंहर दुवार जैसी योजना पर कार्य करना चाहिये था जिससे कि जेईई और नीट के लगभग 17 लाख से अधिक अभ्यार्थी छात्र-छात्रा अपने ही घर से ऑनलाईन परीक्षा दे सकते और उनके परिजनों को कोरोना कोविड-19 संक्रमण का भय नहीं सताता। राजनीति से ऊपर उठ कर देश भर के छात्र-छात्राओं के भविष्य को संवारने के लिये मुख्यमंत्री भूपेश बघेल केन्द्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को अपनी महती सलाह जरूर देते। लेकिन केन्द्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी उस तर्ज पर काम कर रहे है जैसे रोम जल रहा था और नीरो बंशी बजा रहा था उसी प्रकार भाजपा और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कोरोना महामारी के समय दीये जलवा रहे थे और घंटे बजवा रहे थे। जबकि उन्हें मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की योजना तुंहर पढ़ई तुंहर दुवार जैसे ही योजना तुंहर परीक्षा तुंहर दुवार पर कार्य करने की आवश्यकता थी, जिससे कि देश के लाखों जेईई और नीट के अभ्यार्थियों को कोरोना संक्रमण का भय नहीं सताता।
कांग्रेस प्रवक्ता विकास तिवारी ने कहा है कि अगर देश के 17 लाख से अधिक जेईई और नीट के अभ्यार्थी छात्र-छात्राओं को कोरोना संक्रमण होता है और इस तनाव के कारण उनका परीक्षाफल बिगड़ता है तो इसका सीधा दारोमदार भारतीय जनता पार्टी के केन्द्र की सरकार और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी होंगे।