आखिरकार बाहुबलियों के अवैध ठिकानों पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का बुलडोजर, कई और गुंडे बदमाश कतार में
लखनऊ / गैंगस्टर विकास दुबे एनकाउंटर के बाद उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुंडे बदमाशों और माफियाओं के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है | सरकार ने माफिया डॉन मुख्तार अंसारी के बेटे उमर और अब्बास की अवैध बिल्डिंग गिरा दी है | लखनऊ प्रशासन और लखनऊ डेवलपमेंट अथॉरिटी ने गुरुवार को पुलिस फोर्स के साथ मौके का जायजा लेने के बाद ईमारत को गिरा दिया. लखनऊ प्रशासन के साथ पुलिस के करीब 200 कर्मियों ने इस दो मंजिला ईमारत की घेराबंदी की | फिर उस बिल्डिंग को गिरा दिया |
लखनऊ के जियामऊ इलाके में सुबह से ही माफिया डॉन मुख्तार अंसारी के बेटे उमर और अब्बास की दो मंजिला बिल्डिंग के इर्द – गिर्द पुलिस और अधिकारियो का जमावड़ा लग गया | उस दौरान जब बुलडोजर आया तो लोगों को यकीन हो गया कि क्या होने वाला है |
बताया जाता है कि यह बिल्डिंग तकरीबन 8000 स्क्वॉयर फुट में अवैध तरीके से बनाई गई थी | इसका ना तो नक्सा पास है और ना ही कोई वैधानिक अनुमति | एलडीए वीसी शिवाकांत ओझा ने बताया कि सरकार ने गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई के निर्देश दिए थे | उनका कहना है कि ये शत्रु/निष्करांत संपत्ति थी और जिसका मुकदमा एलडीए में चल रहा था |
उन्होंने बताया कि भवन निर्माता को एलडीए ने बिल्डिंग गिराने से पहले नोटिस भेजकर स्पष्टीकरण मांगा था, लेकिन किसी प्रकार का जवाब नहीं दिया गया | उसके बाद यह कार्रवाई की गई है | लखनऊ डेवलपमेंट अथॉरिटी ने पूरी बिल्डिंग को जमींदोज कर दिया है | इस कार्य में 20 से अधिक जेसीबी लगाई गई थी | उधर लखनऊ प्रशासन के मुताबिक, जितने दिनों से यह बिल्डिंग बनी थी, उसका न सिर्फ किराया वसूला जाएगा, बल्कि इसे ढहाने में लगे खर्च को भी वसूला जाएगा.
बताया जाता है कि 1956 से लेकर 1980 के दौरान कई परिवार उत्तर प्रदेश में अपनी संपत्ति को छोड़कर पाकिस्तान चले गए थे | उनकी संपत्ति को मुख्तार अंसारी के परिवार ने हड़प लिया है | उत्तर प्रदेश के कई जिलों में उसने ऐसी सम्पत्ति पर बिल्डिंग खड़ी की है | योगी सरकार अब इस तरह के माफियाओं पर शिकंजा कसने में जुटी है |