मजदूरों द्वारा भी की गई “जीविका बचाओ आंदोलन” की शुरूवात
पाटन – आज पुरे प्रदेश में यह आंदोलन तूल पकड़ता जा रहा है, केंद्र सरकार छत्तीसगढ़ के मजदूरों के प्रति अनदेखी रवैए पर मजदूरों का आक्रोश केंद्र सरकार पर बढता ही जा रहा है, मजदूरों का कहना है की क्या छत्तीसगढ़ के मजदूर मजदूर नहीं देश के BJP शासित प्रदेशो को सहायता पहुंचना और छत्तीसगढ़ के मजदूरों को अलग थलग करना कहाँ का न्याय है अगर इस विषय को केंद्र सरकार अगर हल्के में लेता है, और कार्यवाही में देर करता है तो हर मजदूर सड़क पर उतर कर केंद्र से मांगो को पूरा कराने में कतई देर नहीं करेंगे.
पाटन क्षेत्र मे प्रदेश संयोजक रमना मूर्ति नेतृत्व मे लोकेश साहू, तुलसी एवं 37 मजदूरों के साथ अखिल भारतीय असंगठित कामगार कांग्रेस के बेनर तले जीविका बचाओ आंदोलन शुरू किया जिसमे मजदूरों द्वारा 15 अगस्त से चालू होकर 31 अगस्त तक चलने वाले अखिल भारतीय असंगठित कामगार कांग्रेस का प्रदेश भर में जीविका बचाओ आंदोलन का आज समर्थन कर दुर्ग जिला प्रभारी रमना मूर्ति के साथ नरेंद्र मोदी जी को पत्र लिखकर असंगठित कामगारों की सहायता करने के लिए मांग रखी.
रमना मूर्ति जी ने सभी पदाधिकारियों एवं समस्त मजदूरों से जो कि असंगठित क्षेत्र में कार्य करते हैं वह देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र के माध्यम से असंगठित क्षेत्र के कामगारों के लिए डायरेक्ट सहायता की मांग कर रहे है, जब से लॉक डाउन चालू हुआ है तब से असंगठित क्षेत्र के कामगारों की स्थिति बेहद दुखद है, बहुत ही ज्यादा खराब है ऐसी स्थिति को देखते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष द्वारा यह निर्णय लिया गया कि देश में जीविका बचाओ राष्ट्रव्यापी आंदोलन चलाया जाए, आज इसी कड़ी में बालोद के मजदूरों के साथ मिलकर इस पत्र को प्रधानमंत्री को प्रेषित करने के तरीके और ज्यादा से ज्यादा जिला अध्यक्ष और ब्लॉक अध्यक्षों से कांटेक्ट करके अत्यधिक कामगारों के बीच में इस आंदोलन को जोड़ने का प्रमुख उद्देश्य रखा गया है, इस आंदोलन में कांग्रेस कमेटी के समस्त वरिष्ठ पदाधिकारियों से भी निवेदन किया गया है कि आप भी वहां पर नरेंद्र मोदी जी को पत्र लिखकर असंगठित कामगारों की सहायता करने के लिए पत्र लिखें.
असंगठित कामगार कांग्रेस का देश व्यापी आंदोलन, असंगठित कामगारो की जीविका बचाओ आंदोलन में मुख्यारूप से चार मुद्दो पर तत्काल कार्यवाही के लिए लिखा गया.
1. असंगठित मजदूरों की आजीविका को बचाने. 2. सभी का अनिवार्य पंजीयन करे. 3. उन्हें खाते में अविलम्ब नगद राशी भेजे. 4. सभी को राशन मुहैया कराए.
इन मुद्दों पर तत्काल कार्यवाही किया जाना नितांत आवश्यक है |