गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले में सुपोषण अभियान अंतर्गत गर्म भोजन वितरण से 986 महिलाएं और 5712 बच्चे हो रहे हैं लाभान्वित
रायपुर, 24 अगस्त 2020/ मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की घोषणा के अनुरूप वनांचल क्षेत्र गौरेला-पेंड्रा-मरवाही को कुपोषण से मुक्त करने के लिये सुपोषण अभियान शुरू हो गया है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के कुशल नेतृत्व में मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के तहत वर्तमान में रक्ताल्पता से ग्रस्त 986 महिलाओं एवं 5712 कुपोषित बच्चों के लिए गरम पौष्टिक भोजन तथा उबला अण्डा वितरण कार्यक्रम से जिले के एनीमिक महिलाओं तथा कुपोषित बच्चों को लाभ मिल रहा है। अभियान का संचालन जिले की आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से किया जा रहा है। अभियान अंतर्गत आंगनबाड़ी केंद्रों में दर्ज 5712 मध्यम एवं गंभीर कुपोषित बच्चों को सुपोषित करने का प्रयास किया जा रहा है।
गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले में सोमवार से लेकर शुक्रवार तक आंगनबाड़ी केन्द्रों में गरम भोजन तथा उबला अण्डा वितरण का प्रावधान किया गया है। कुपोषण एवं एनिमिया को जड़ से समाप्त करने के उद्देश्य से सुपोषण अभियान का संचालन किया जा रहा है। कुपोषण एवं एनीमिया से मुक्ति में गर्म भोजन सबसे महत्वपूर्ण उपाय है।
जिले में व्याप्त कुपोषण तथा अनीमिया से मुक्ति हेतु जिला खनिज न्यास निधि के अंतर्गत मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के तहत लक्षित कुपोषित बच्चों एवं अनीमिया से ग्रस्त 15 से 49 वर्ष की महिलाओं को गर्म भोजन, जिसमें दाल, चावल, सब्जी, सलाद व उबला अंडा तथा शिशुवती माताओं को सूखा राशन वितरित किया जा रहा है। परियोजना मरवाही में कुल 2346 बच्चे कुपोषण की श्रेणी में हैं, जिन्हें पौष्टिक गर्म भोजन उबला अंडा दिया जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ में ‘मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान‘ और विभिन्न योजनाओं के एकीकृत प्लान से बच्चों में कुपोषण दूर करने में बड़ी सफलता मिली है। छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री श्री बघेल ने महिलाओं और बच्चों में कुपोषण और एनीमिया की दर को देखते हुए प्रदेश को कुपोषण और एनीमिया से मुक्त करने अभियान की शुरूआत की है। अब जिले के मरवाही सहित अन्य आदिवासी और दूरस्थ वनांचल इलाकों के बच्चे सुपोषण अभियान से लाभान्वित हो रहे हैं। जिला खनिज न्यास निधि का एक बेहतर उपयोग सुपोषण अभियान के तहत गरम भोजन प्रदान करने की व्यवस्था की गई है। कुपोषण प्रभावित बच्चों और महिलाओं को निःशुल्क काउंसलिंग और परामर्श सेंवाएं देने के साथ नियमित मॉनिटरिंग भी की जा रही है।
जिले में बच्चों और महिलाओं को कुपोषण एवं एनीमिया से मुक्त कराने के लिए ‘मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान‘ के तहत अधिक से अधिक चिन्हांकित हितग्राहियों को गर्म भोजन प्रदान करने के निर्देश दिए गए हैं।