एमबीबीएस अंतिम वर्ष की पूरक परीक्षाएं अति शीघ्र कराने cm भूपेश बघेल को लिखा पत्र

एमबीबीएस अंतिम वर्ष की पूरक परीक्षाएं अति शीघ्र कराने cm भूपेश बघेल को लिखा पत्र

प्रति,

माननीय मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल जी,

छत्तीसगढ़ शासन रायपुर.

विषय – आयुष विश्वविद्यालय छत्तीसगढ़ द्वारा एमबीबीएस अंतिम वर्ष की पूरक परीक्षाएं अति शीघ्र कराने हेतु ध्यान आकर्षण।

माननीय मुख्यमंत्री महोदय,

आयुष विश्वविद्यालय छत्तीसगढ़ के अंतर्गत ली जाने वाली एमबीबीएस पाठ्यक्रम की पूरक परीक्षाओं हेतु आपका ध्यान निम्न तथ्यों की ओर आकर्षित करते हुए आपसे त्वरित दिशा निर्देश का निवेदन है-

1 आयुष विश्वविद्यालय रायपुर द्वारा एमबीबीएस पाठ्यक्रम की पूरक परीक्षाएं कराने में कोरोना संक्रमण की गाइडलाइन का पालन करने की आड़ में लगातार विलंब किया जा रहा है. पूरक परीक्षाएं पहले ही 5 माह पिछड़ चुकी हैं. अन्य प्रदेशों और विश्वविद्यालयों में इस की परीक्षाएं जुलाई अगस्त माह में शुरू हो चुकी हैं. (संलग्न विभिन्न राज्यों और विश्वविद्यालयों के एमबीबीएस परीक्षाओं के टाइम टेबल)

2. छात्रों एवं पालकों की हितों की अनदेखी करते हुए इसे 2 माह और टालकर अक्टूबर-नवंबर में, कक्षाएं शुरू करने के बाद पूरक परीक्षाएं कराने का प्रयास किया जा रहा है जबकि आयुष विश्वविद्यालय के अंतर्गत ही बीएएमएस और अन्य परीक्षाओं के पाठ्यक्रम जारी किए जा चुके हैं .(संलग्न टाइम टेबल और विभिन्न काउंसिल की एडवाइजरी)

3.मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया की गाइडलाइन के अनुसार चिकित्सा छात्रों की परीक्षा कोविड- काल में संभावित विलंब को टालने के लिए अनेक सर्कुलर एडवाइजरी और गाइड लाइन जारी किए गए हैं. ( संलग्न ) इनमें नियमानुसार बाह्य परीक्षक न मिलने की स्थिति में संबंधित राज्य में स्थित एम्स या अन्य चिकित्सा महाविद्यालय से परीक्षक बुलाए जाने की छूट है . (एमसीआई की एडवाइजरी 22.5 2020 और 4. 08.2020)

4.एमसीआई द्वारा चिकित्सा विश्वविद्यालयों के कुलपतियों के साथ बैठक के बाद 4 अगस्त को जारी एडवाइजरी में लंबित पूरक परीक्षाओं को अति शीघ्र कराने की का निर्देश जारी किया गया है इस की कंडिका तीन में एमबीबीएस अंतिम वर्ष की परीक्षा के विषय में टिप्पणी की गई है .

“The pending supplementary examinations for Final year MBBSstudents which were scheduled during the first half of 2020 should beconducted as soon as possible, as the students are waiting to appear forthe examinations having completed the course once already and neednot have to wait for the formal re-opening of the colleges. Such studentswill be joining the medical colleges/hospitals for doing internship justafter passing final exams. एमबीबीएस अंतिम वर्ष पूर्व छात्रों की संख्या मात्र 300 है, जिसमें से 127 परीक्षार्थी श्री चंदूलाल चंद्राकर चिकित्सा महाविद्यालय से हैं. जिन्हें उपस्थिति के प्रतिशत में कमी के आधार पर मुख्य परीक्षा में सम्मिलित होने से रोक दिया गया और जिनके लिए परीक्षा का प्रथम अवसर है. परीक्षा का सत्र किसी भी राज्य में कोरोना संक्रमण के कारण अधिक लेट नहीं हुआ है और ऐम्स रायपुर ने भी समय पर परीक्षा कराने की इच्छाशक्ति दिखाई है. अलग-अलग राज्यों से प्राप्त सभी टाइम टेबल और विभिन्न काउंसिल की निर्देशित गाइडलाइन संलग्न किए जा रहे हैं ।
एमबीबीएस पूर्ण होने पर यही विद्यार्थी डॉक्टर कोरोना संक्रमण की रोकथाम में छत्तीसगढ़ की सहायता कर सकते हैं. आपसे अनुरोध है कि 3 सप्ताह का समय देकर परीक्षाएं संपन्न करवाने हेतु आवश्यक दिशा निर्देश दें तथा अन्य मुख्य एमबीबीएस परीक्षा के साथ जोड़कर भ्रम की स्थिति पैदा न की जाये।

 

The News India 24

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