रायपुर। स्वतंत्रता दिवस समारोह पर भी कोरोना वायरस हावी है. संक्रमण के फैलने के खतरे को देखते हुए रायपुर के पुलिस परेड ग्राउंड में होने वाला मुख्य समारोह महज 30 मिनट का होगा. वहीं कोविड-09 के लिए जारी एडवायजरी को ध्यान में रखते हुए सभी आमंत्रितों से मास्क पहनकर आने को कहा गया है. आयोजन के दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल प्रदेश के कोरोना वारियर्स का सम्मान करेंगे
स्वतंत्रता दिवस पर रायपुर के पुलिस परेड ग्राऊण्ड में आयोजित मुख्य समारोह सुबह 9 बजे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के ध्वजारोहण के साथ शुरू होगा. इसके तिरंगे को राष्ट्रीय धुन और गार्ड ऑफ ऑनर द्वारा सलामी दी जाएगी. सुबह 9.02 से 9.22 बजे तक मुख्यमंत्री राज्य की जनता के नाम संदेश देंगे. सुबह 9.23 से 9.29 तक मुख्यमंत्री द्वारा प्रदेश के कोरोना वारियर्स का सम्मान किया जाएगा.
राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके ने स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर पूरे देशवासियों, सेना के जवानों सहित प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं. उन्होंने अपने शुभकामना संदेश में कहा है कि 15 अगस्त 1947 को हमारा देश गुलामी से मुक्त होकर स्वतंत्रता की ताजी हवा में सांस ली थी. मैं इस अवसर पर उन समस्त महापुरूषों को नमन करती हूं, इस आजादी को अक्षुण्ण बनाए रखने के लिए हमारे सेना के जवानों और पुलिस कर्मियों ने भी अपनी शहादत दी है, मैं उन्हें भी श्रद्धांजलि अर्पित करती हूं, और नमन करती हूं.
राज्यपाल ने कहा कि आजादी के इस पावन पर्व पर देश को कोरोना वायरस तथा विघटनकारी तत्वों से मुक्ति दिलाने का संकल्प लें और आधुनिक तकनीक और स्थानीय संसाधनों का उपयोग कर अधिक से अधिक रोजगार के अवसर पैदा कर एक ऐसे भारत का निर्माण करें जो पूरे विश्व का नेतृत्व करे. साथ ही मैं नई पीढ़ी से आह्वान करती हूं कि इस आजादी को अक्षुण्ण बनाए रखने तथा भारत की एकता और अखण्डता को मजबूत करने में अपनी सक्रिय भागीदारी निभायें.
छत्तीसगढ़ विधानसभा अध्यक्ष डॉ चरणदास महंत ने स्वतंत्रता दिवस की प्रदेशवासियों को बधाई शुभकामनाएं देते हुए कहा कि 15 अगस्त, 1947 भारत को लंबे संघर्ष के बाद आजादी प्राप्त हुई. भारत का स्वतंत्रता दिवस न केवल ब्रिटिश राज के शासन से भारत की आजादी को दर्शाता है, बल्कि देश की एकता अखंडता शक्ति को भी दर्शाता है. अंग्रेजों से आजादी पाना भारत के लिये आसान नहीं था, लेकिन कई महान लोगों और स्वतंत्रता सेनानियों ने इसे सच कर दिखाया. अपने सुख, आराम और आजादी की चिंता किये बगैर उन्होंने अपने भावी पीढ़ी को एक स्वतंत्र भारत देने के लिये, अपना जीवन बलिदान कर दिया.
डॉ महंत ने कहा कि भारत के स्वतंत्रता संग्राम ने दुनिया को प्रेरित किया है क्योंकि यह दुनिया में सबसे अहिंसक अभियान था. स्वतंत्रता आंदोलन का नेतृत्व करने वाले नेताओं को न केवल भारत में, बल्कि पूरे विश्व में श्रद्धा के साथ याद किया जाता है. उन्होंने कहा कि एकता, भाईचारे से हम कोरोना महामारी को हरा पाने में सफल होंगे, साथ ही स्वतंत्रता दिवस समारोह के लिए विभिन्न कार्यक्रमों या गतिविधियों का आयोजन करते समय सामाजिक दूरी को बनाए रखना, मास्क पहनना, उचित स्वच्छता, भीड़ से बचना, कमजोर व्यक्तियों की सुरक्षा करना और स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी सभी COVID-19 दिशानिर्देशों का पालन करना शामिल है.