कोरोना संक्रमण और लॉकडाउन के चलते पान मसाला, सिगरेटम, गुटखा के थोक व्यापारियों का धंधा फिर से चमक गया
रायपुर। राजधानी में कोरोना संक्रमण और लॉकडाउन के चलते गुटखा, तंबाकू और सिगरेट के थोक विक्रेताओं का धंधा फल फूल रहा हैं। बीते समय में लगे लॉकडाउन के दौरान थोक और चिल्लर विक्रेताओं पर पुलिस ने भी काफी शिकंजा कसने की कोशिश की हैं। मगर ये विक्रेता अपनी समझदारी को भूलकर लोगों को अवैध रूप से दुकान के शटरों के नीचे से गुटखा खाने वाले लोगों तक ये नशीली चीज़ों का क्रय-विक्रय किया जाता हैं। आपको बता दें कि गोलबाज़ार जैसे भीड़-भाड़ वाले इलाके में ही थोक विक्रेता इन सामानों को दो से तीन गुने ज्यादा दामों में बेचते हैं। रायपुर और बिरगांव इलाके में लॉकडाउन का आदेश रायपुर कलेक्टर ने दे दिया हैं। लेकिन इस लॉकडाउन में भी अवैध धंधे लोगों की आस को पूरा करने वाले हैं। गुटखा के आदतों में जकड़े लोग तीन गुने ज्यादा दामों में भी खरीदते हैं। जिसकी वजह से अवैध कारोबारी अपना क्षेत्र फैलाते जाते हैं।
- रायपुर में कोरोना संक्रमण और लॉकडाउन के चलते पान मसाला, सिगरेटम, गुटखा के थोक व्यापारियों का धंधा फिर से चमक गया हैं। राजधानी में कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए प्रशासन ने एक हफ़्ते के लॉकडाउन की घोषणा की है, फिर क्या था इन थोक व्यापारियों की मानों किस्मत ही खुल गई ऐसा वे सोचने लगे। और गुटखा, सिगरेट व अन्य नशीली चीज़ों के दामों में तीन से चार गुना बढ़ोत्तरी कर जमकर मुनाफाखोरी कर रहे हैं। पिछली बार लगे लॉकडाउन के दौरान थोक और चिल्लर विक्रेताओं पर फिर से लॉकडाउन का फायदा उठाने में कोई कसर बाकि नहीं रखे है, इस बार थोक व चिल्लर विक्रेता सामान अपने दुकान से नहीं दे रहे बल्कि अलग-अलग जगह के पान ठेलों में पहुंचाकर माल दे रहे है और दामों में तीन से चार गुना वसूल रहे हैं सूत्रों से मालूम हुआ हैं की ये दुकानदार अपने दुकान के सामान को घर ले जाकर तीन से चार गुना दामों में भी बेचते हैं। पान मसाला, सिगरेट, गुटखा, गुड़ाखू का ये आलम ये हैं कि ये बाजार से गायब है और मिल रहे है तो भी कई गुना बढे दामों पर। पिछली लॉकडाउन की भाति गुड़ाखू का रेट भी कई गुना बढ़ गया है व्यापारियों ने पिछले लॉकडाउन और अभी के लॉकडाउन में माल बेचने का तरीका बदल दिया हैं। पहले दुकानदार बढे कीमत पर दुकानों में ही सामान बेचते थे। लेकिन इस बार घर पहुंच सेवा दे रहे हैं। गली मोहल्लो के पान डिब्बों में ये छापों के डर से खुद जाकर माल दे रहे हैं। अगर प्रशासन शख्ती करे तो ऐसे मुनाफाखोरों पर शिकंजा कसा जा सकता हैं और काफी मात्रा में माल भी ज़ब्त किया जा सकता हैं। सूत्रों से मालूम हुआ हैं कि ऐसे मौके पर नकली माल भी बड़ी आसानी से खपा देते है, प्रशासन को ऐसे लोगों पर तत्काल नकेल कसना चाहिए।
- दोगुने दामों में बिक रहा गुटखा, तंबाकू, गुखाडू : लॉकडाउन के दौरान पूरे प्रदेश में नशीली वस्तुओं का कारोबार भी चोरी छिपे चल रहा है। इस कारोबार में जमकर कालाबाजारी भी हो रही है। गुटखा, सिगरेट, गुड़ाखू, तंबाकू जैसी चीजों को व्यापारी दोगुनी कीमत पर बेच रहे हैं। लॉकडाउन के कारण पान मसाला की कीमतें आसमान छूने लगी है। सभी पान मसाला की सामग्री दो से तीन गुना तक महंगी हो गई है। मुनाफाखोर व्यापारी अवसर का जमकर लाभ उठा रहे हैं। प्रशासन का ध्यान केवल खाद्य सामग्री पर है पान मसाला प्राथमिकता में नहीं होने के कारण ब्लैक मार्केटिंग बढ़ गई है। 20 रुपये में बिकने वाला गुड़ाखू 50 रुपये में बिक रहा है।