सच्चिदानंद उपासने अपना अनुभव बता रहे हैं विधानसभा और महापौर की टिकट उनको कैसे मिली थी? – धनंजय

सच्चिदानंद उपासने अपना अनुभव बता रहे हैं विधानसभा और महापौर की टिकट उनको कैसे मिली थी? – धनंजय
  • भाजपा प्रवक्ता सच्चिदानंद उपासने के बयान पर कांग्रेस की प्रतिक्रिया
  • भाजपा की संस्कृति और संस्कार में है पैसों का खेल : नहीं मिलता है संगठन में भी पद बिना लेन-देन

रायपुर/10 जुलाई 2020। भाजपा प्रवक्ता सच्चिदानंद उपासने के बयान पर कांग्रेस ने प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुये कहा कि दरअसल वे अपनी पार्टी भाजपा का अपना अनुभव बता रहे है। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि सच्चिदानंद उपासने अपना अनुभव बता रहे हैं कि उन्हें भाजपा से विधानसभा एवं महापौर की टिकट कैसे मिली थी? भाजपा की संस्कृति और संस्कार में ही लेन-देन खरीद-फरोख्त है। उपासने के बयान से लगता है कि लोकमान्य गृह निर्माण सोसायटी की गड़बड़ियां एवं बेवरेज कॉरर्पारेशन के अध्यक्ष रहते स्वयं के घर के एक हिस्से को शराब दुकान के लिए किराए पर देने जैसे निम्नस्तरीय कृत्य उन्होने भाजपा के वरिष्ठ नेताओं को पैसा पहुंचाने के लिये ही किया है। पूर्व रमन शासनकाल में भाजपा के नेताओं आकंठ तक भ्रष्टाचार किया, कमीशनखोरी की, गड़बड़ियां की, जनता की गाढ़ी कमाई को भाजपा के केंद्रीय नेताओं के  सत्कार पर खर्च किया। सरकार बदलने के बाद रमन सरकार के घोटाले उजागर हुए हैं। अब निगम मंडल में नई नियुक्ति होने से भाजपा नेताओं की गड़बड़ियां, घोटाले उजागर होगी। इस बात से भाजपा डरी हुई है। भाजपा में तो संगठन के बड़े पदों की नियुक्ति की भी बोली लगती है, नीलामी होती है। 15 साल के रमन शासनकाल के दौरान हुई नियुक्तियों को लेकर भाजपा के भीतर का गुस्सा विरोध किसी से छिपा नही है। उपासने बताये कि भाजपा के कार्यकर्ता भाजपा प्रभारी को सौदागर सिंग क्यों कहते थे? भाजपा में 90 महलों का राजा किसको कहा जाता है? बड़े-बड़े धन्ना सेठ साहूकारों को रमन सिंह ने आयोग मंडल के अध्यक्ष क्यों बनाया?
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल एवं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम कांग्रेस जनों को आयोग निगम मंडल में नियुक्ति देने जा रहे हैं। इससे भाजपा बौखला चुकी है।

The News India 24

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