तंबाकू निषेध के लिए मनोवैज्ञानिक हस्तक्षेप की आवश्यकता व महत्व पर शोध प्रतिवेदन विमोचित

तंबाकू निषेध के लिए मनोवैज्ञानिक हस्तक्षेप की आवश्यकता व महत्व पर शोध प्रतिवेदन विमोचित
रायपुर, 24 जून 2020/ छत्तीसगढ़ राज्य योजना आयोग और एम्स रायपुर द्वारा प्रदेश में तंबाकू जनित मुंह के कैंसर के मरीजों व उनके परिवारों के व्यवहार में तंबाकू निषेध पर मनोवैज्ञानिक हस्तक्षेप का प्रभाव पर शोध कराया गया। यह अध्ययन एम्स के मनोविज्ञान विभाग के प्रोफेसर डॉ. लोकेश कुमार सिंह व उनकी टीम द्वारा दो चरणों में वर्ष 2019-20 में किया गया। शोध पत्र का विमोचन राज्य योजना आयोग के सदस्य डॉ. के. सुब्रमणियम ने आज किया। डॉ. सुब्रमणियम ने आशा व्यक्त की कि यह अध्ययन तंबाकू निरोधक कार्यक्रमों की दिशा तय करने महत्वपूर्ण होगा। प्रदेश में बढ़ते तंबाकू के उपयोग से मुंह के कैंसर के मरीजों की संख्या निरंतर बढ़ रही है। इसके पर रोक लगाने के लिए अनेक शासकीय कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। रायपुर एम्स का यह अध्ययन मनोवैज्ञानिक हस्तक्षेप की आवश्कता व महत्व को बताता है। विमोचन के मौके पर राज्य योजना आयोग के संचुक्त संचालक डॉ. वात्सल्य मिश्रा, सहायक संचालक श्री मुक्तेश्वर सिंह एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

The News India 24

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