बदहाल जनता से वर्चुअल चुनावी रैली करते गृहमंत्री: सुरेन्द्र वर्मा
आर्थिक संकट, अभाव और बदहाली से जूझ रही जनता से देश के गृहमंत्री ने 72 हज़ार LED स्क्रीन लगाकर वर्चुअल चुनावी रैली की
क्या इसीलिये चुनावी रैली और भ्रष्टाचार के लिए ही पीएम केयर फंड को RTI, CAG ऑडिट के दायरे से बाहर रखा गया है?
कोरोना जैसी घोर आपदा के समय भी मोदी सरकार का फोकस चुनाव प्रचार अभियान और चंद पूंजीपतियों को फायदा पंहुचाने पर ही केंद्रित!
रायपुर/09 जून 2020 । भाजपा पर तीखा आक्रमण करते हुए प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता सुरेंद्र वर्मा ने कहा है कि विगत 80 दिनों के लॉक डाउन के दौरान भारतीय जनता पार्टी का कोई भी नेता या केंद्रीय मंत्री एक बोतल पानी भी बांटते हुए नहीं दिखे और अब ये मध्य प्रदेश में होने वाले विधानसभा उपचुनाव और बिहार के आगामी विधानसभा चुनाव के लिए वोट मांगते नजर आ रहे हैं! देश में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा आज जब ढाई लाख पर पहुंच गया है, 7000 से अधिक लोगों ने अपनी जान गंवाई है, निजी क्षेत्र में काम करने वाले 12 करोड़ लोगों की नौकरियां चली गई! लगभग 15 करोड़ प्रवासी मजदूर बदहाल स्थिति में भूखे, प्यासे सड़कों पर भटकते रहे तब देश के गृहमंत्री, मानव संसाधन मंत्री, श्रम और उद्योग मंत्री देश भर में कहीं पर भी मदद करते हुए दिखाई नहीं दिए! ना ही इन ज़िम्मेदार नेताओं का कोई जिम्मेदार बयान आया !
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता सुरेंद्र वर्मा ने कहा है कि कई समाज सेवी संस्थाओं, समाज सेवकों और कई देशवासियों के साथ कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता ही देशभर में किसानों, गरीबों, युवाओं और मजदूरों की मदद के लिए धूल और बारिश में डटे रहे! भाजपाइयों ने तो आपदा में भी अवसर ढूंढ लिया, तमाम व्यावसायिक और श्रम कानूनों में चंद पूंजीपतियों के हित में संशोधन किए गए! निजीकरण और एफडीआई के नाम पर देश के संसाधन को लूटने का षडयंत्र करते रहे! भाजपा शासित हिमाचल प्रदेश में 50 लाख का PPE किट 9 करोड़ में खरीदा गया! गुजरात में वेंटिलेटर के नाम पर कार के एसी मोटर खरीद लिए गए! 245 रुपए आयात लागत के टेस्ट किट 145% मुनाफाखोरी के साथ 600/- के दर पर खरीदा गया! मध्यप्रदेश में गरीबों को 10 किलो आटे की बोरी में 7 किलो आटा दिया ! उत्तर प्रदेश के आपदा राहत कोटे का गेहूं मध्य प्रदेश के मंडियों में खुलेआम बिकता रहा!
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता सुरेंद्र वर्मा ने कहा है कि देश की जनता जानना चाहती है कि जिम्मेदार केंद्रीय मंत्री विगत ढाई महीनों से फंसे रहे या छुपे हैं? अमित शाह की वर्चुअल रैली के लिए बिहार मे 72000 स्क्रीन लगाई गई थी! औसतन एक स्क्रीन का किराया 20 हज़ार अर्थात् 72000 का 144 करोड़ रुपए! क्या इसी लिए पीएम केयर फण्ड को RTI के दायरे से बाहर रखा गया है?
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता सुरेंद्र वर्मा ने कहा है कि कोरोना संक्रमण के मामले में भारत दुनिया मे पाचवे नम्बर पर पहुंच चुका है! प्रतिदिन लगभग 10000 नए मामले आने लगे हैं, 250-300 मौतें प्रतिदिन हो रही है, पर मोदी सरकार की प्राथमिकता साम्राज्य विस्तार और पूंजीवाद की स्थापना ही है! प्रधानमंत्री मोदी जी ने पहले ही कह दिया है कि आपदा अवसर है, आत्मनिर्भर बनें, अपने और अपनों की सुरक्षा आपकी अपनी जिम्मेदारी है! अतः हमें मान लेना चाहिए कि गृहमंत्री की चुनावी रैली जारी रहेगी!
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता सुरेंद्र वर्मा ने कहा है कि वैश्विक महामारी के संक्रमण से जूझ रहे देश की जनता के स्वास्थ्य, सुरक्षा, रोज़ी-रोजगार और जीवन के बजाय मोदी सरकार के लिए सत्ता का विस्तार जरूरी है देश की जनता नही! इनका सिर्फ़ एक ही मंत्र है – येन – केन प्रकारेण सत्ता पर बने रहना, यही भाजपा का मूल मंत्र है l