प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष अटल श्रीवास्तव ने अमर अग्रवाल से पूछा सवाल
बिलासपुर। कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष अटल श्रीवास्तव ने पूर्व वित्त व आबकारी मंत्री अमर अग्रवाल के द्वारा मंगलवार को की गई प्रेस वार्ता पर सवाल उठाते हुए पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल से प्रति प्रश्न करते हुए पूछा कि जनता जानना चाहती है कि क्या केंद्र सरकार के प्रतिनिधि के रूप या भाजपा के कहने पर प्रेस वार्ता की गयी ? इस बाबत जारी प्रेस विज्ञप्ति में पूछा गया है कि अमर अग्रवाल ये भी बताएं कि कोविड 19 संकट काल मे भाजपा ने छत्तीसगढ़ की जनता के लिए किया क्या है ? बिलासपुर के सांसद अरुण साव दो माह से कहाँ क्वारंटाइन में है ? और अखबारों के माध्यम से जन सेवा कर रहे है ? जबकि उन्हें जनता के बीच होना चाहिए ।
अटल श्रीवास्तव ने कहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 20 लाख करोड़ का पैकेज ” खोदा पहाड़ निकली चुहिया ” से ज्यादा कुछ नही है।
कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष अटल श्रीवास्तव ने कहा कि प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के द्वारा देश की भोली भाली जनता के साथ 2014 से छलपूर्वक ” वादे और दावे” किए जा रहे हैं कि हर खाते में 15-15 लाख डाले जायेंगे। प्रति वर्ष 2 करोड़ नौकरियां देने,अच्छे दिन,काला धन ,जन धन योजना ,नोट बन्दी से आतंकवाद की समाप्ति,भ्रष्टाचार पर अंकुश,नकली नोट का प्रचलन बन्द करने जैसे और न जाने कितने प्रकार के वादे और कितने प्रकार दावे किए गए ? पर 6 वर्ष बीत जाने के बाद भी देश की आर्थिक सेहत बद से बदत्तर होती चली गई। आज देश में बेरोजगारी 45 वर्ष के सर्वोच्च बिंदु पर विराजमान है।फिर भी भाजपा के नेता सावन के अंधे की तरह अच्छे दिनों का रंगीन चश्मा पहनकर गरीब जनता के साथ भद्दा मजाक करने में लिप्त हैं।
अटल श्रीवास्तव ने कहा कि कोविड 19 के लगभग 60 दिनों की कुम्भकर्णी नींद के बाद मोदी सरकार जागी और 20 लाख करोड़ के ऐसे राहत पैकेज की घोषणा की जिसमे राहत की बात न होकर सिर्फ कर्ज़ देने की ही अधिक चर्चा है।वहीं इसमें शब्दो के मायाजाल में लघु,कुटीर,मध्यम उद्योग,निम्न/ मध्यम आय वाले किसानों, मजदूरों व गरीबों को उलझाने के सिवा और कुछ भी नही है। इसमें जो भी घोषणा की गई है वे सभी घोषणाएं भी पूर्व की भांति सिर्फ जुमला ही साबित होंगी।और जनता एक बार फिर ठगा सा महसूस करेगी।
अटल श्रीवास्तव ने कहा गरीब जनता,मजदूरों,वृद्धों महिलाओं,असहाय व निशक्तजनों की वर्तमान स्थिति को देखते हुए उनके लिए सर्वोच्च प्राथमिकता के साथ भोजन और स्वास्थ सुविधाएं मुहैया कराना बेहद जरूरी है,पर केंद्र सरकार की तरफ से केवल ताली,थाली और शंख बजाने के सिवा आर्थिक मदद की कोई बात ही 20 लाख करोड़ के इस दिखावे भरे पेकेज में नही की गई। प्रवासी मजदूरों को बिना मौका दिए की गई आकस्मिक लॉक डाउन की घोषणा ने उन्हें भूखे-प्यासे रहने पर मजबूर कर दिया। ,मजदूर भूख से मरने की बजाए घर जाने के लिए हजारों किलो मीटर पैदल चल पड़े। इनमें से कुछ ने रास्ते मे दम तोड़ दिया तो कुछ एक्सीडेंट में मारे गए। फिर भी केंद्र सरकार ने इनके लिए कोई निश्चित प्रोग्राम नही बनाया ,उल्टे केंद्र सरकार कोविड राहत कोष में जमा राशि और उसके खर्च के हिसाब किताब को भी बताने से मना कर रही है ,ऐसा क्यों ?
अटल श्रीवास्तव के मुताबिक अमर अग्रवाल ने जो कहा वह यथार्थ से कोसों दूर है। 20 लाख करोड़ के पैकेज से कर्ज़ और सिर्फ कर्ज केरी सब्जबाग दिखाए गए है। अटल श्रीवास्तव ने आरोप लगाया कि भारत मे एफ डी आई के माध्यम से विदेशी तन्त्र को सीधा प्रवेश कराया जा रहा है । उन्होंने कहा कि जो भाजपा दो दिन पहले तक स्वदेशी की बात कर रही थी ,49% FDI का विरोध की बात करती थी। फिर अचानक रक्षा क्षेत्र में 74% FDI के निवेश की बात क्यो ? क्या भाजपा सरकार विदेशी ताकतों के सामने झुक गई है ?
अटल श्रीवास्तव ने कहा खुद अमर अग्रवाल ने भी FDI के विरोध में स्वयं धरना दिया था। यदि खजाना बढ़ाने के लिए विदेशी निवेश का प्रतिशत बढ़ाया गया है। तो देश के लिए यह गम्भीर विषय है । अटल श्रीवास्तव ने कहा अमर अग्रवाल के 20 वर्षो के विकास मॉडल को बिलासपुर शहर की जनता देख और भुगत चुकी है।आज भी शहर में जगह जगह खुदाई करने वाली उनकी ही योजनाओं का प्रतिफल यहां की जनता को भोगना पड़ रहा है।