ओडिशा में चक्रवाती तूफान अम्फान के मद्देनजर 12 तटीय जिलों में अलर्ट जारी किया गया….मौसम विभाग ने मछुआरों को 18 से 21 मई के बीच समुद्र में नहीं जाने की चेतावनी दी है
भुवनेश्वर/ बंगाल की खाड़ी में उठा चक्रवाती तूफान अम्फान अगले 2 दिन में विकराल रूप ले सकता है। इसके ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तट से टकराने की आशंका है। तूफान के खतरे के मद्देनजर ओडिशा सरकार ने 12 तटीय जिलों में अलर्ट जारी किया। साथ ही केंद्र सरकार से कहा है कि लॉकडाउन के कारण फंसे मजदूरों को घर भेजने के लिए चलाई जा रहीं श्रमिक स्पेशल ट्रेनों को अगले 3 से 4 दिन ओडिशा से पहले ही रोक दिया जाए।
मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने शनिवार को कलेक्टरों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए तूफान से निपटने पर चर्चा की। ओडिशा आपदा राहत बल (ओडीआरएफ), एनडीआरएफ और दमकल विभाग को अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं।
मौसम विभाग के मुताबिक, दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी में बना कम दबाव का क्षेत्र बना था, जो धीरे-धीरे चक्रवात में बदलने लगा है । चक्रवात 17 मई से बंगाल की खाड़ी के उत्तर-पश्चिम में प. बंगाल और उत्तरी ओडिशा के तट की ओर बढ़ेगा। अगले 12 घंटे यानी रविवार दोपहर तक यह गंभीर और सोमवार सुबह तक अति गंभीर चक्रवाती तूफान में बदलने की आशंका है।
115 किमी/घंटे की रफ्तार से चल सकती है हवा
मौसम विभाग की ओर से मछुआरों को 18 से 21 तारीख के बीच ओडिशा और बंगाल के तटों से समुद्र में न जाने की चेतावनी दी गई है। जो फिलहाल समुद्र में हैं उन्हें भी 17 मई तक तट पर लौटने के लिए कहा गया है। आशंका जताई जा रही है कि चक्रवात के दौरान हवाओं की रफ्तार 115 किलोमीटर/घंटा तक हो सकती है।