औरंगाबाद की घटना मोदी सरकार पर एक बदनुमा दाग : मरकाम
अपने घर गांव लौटने के लिए बेबस मजदूर भूख प्यास थकान और करोना का शिकार बनने के लिये मजबूर किये गये
भारत का इतिहास इस त्रासदी के लिए कभी मोदी सरकार को माफ नहीं करेगा
नोटबंदी की तरह ही लॉक डाउन भी बिना किसी योजना के मोदी सरकार ने किया
नोटबंदी की तरह लॉक डाउन में भी समाज के सबसे कमजोर और गरीब वर्गों के लोग शिकार बने
रायपुर /08 मई 2020 । प्रवासी मजदूरों की लगातार खाने रहने और इलाज की दिक्कतें बढ़ते जाने और केंद्र सरकार द्वारा जानबूझकर अभी तक कोई समुचित व्यवस्था नहीं किए जाने पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा है कि केंद्र की भाजपा सरकार और केंद्र सरकार की ही तरह भाजपा के सांसदों को गरीब मजदूर किसान और उनके हितों और छत्तीसगढ़ से कोई सरोकार नहीं है। औरंगाबाद में बेहद दर्दनाक घटना हुई है।मजदूरों का सैकड़ों किलोमीटर पैदल चलना और अपने घर पहुंचने की जद्दोजहद करना केंद्र सरकार के ऊपर एक बदनुमा दाग है। गर्भवती महिला को सैकड़ों किलोमीटर पैदल चलना पड़ रहा है अपने गांव घर पहुंचने के लिए और मजदूरों की जाने जा रही हैं और केंद्र सरकार हाथ पर हाथ धरे बैठी है इस स्थिति को कांग्रेस पार्टी स्वीकार नहीं करेगी।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा है कि भूख प्यास और थकान के कारण शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है । भूखे प्यासे और पैदल चलने के कारण थके मजदूर वायरल संक्रमण के आसानी से शिकार बनते हैं। केंद्र सरकार ने लॉक डाउन करने के 4 दिन पहले से जो ट्रेनें बंद की उसका परिणाम आज देश का गरीब मजदूर किसान भुगत को मजबूर है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा है कि अपने घर गांव लौटने के लिए बेबस मजदूर भूख प्यास थकान और करोना का शिकार बनने के लिये मजबूर किये गये। भारत का इतिहास इस त्रासदी के लिए कभी मोदी सरकार को माफ नहीं करेगा नोटबंदी की तरह ही लॉक डाउन भी बिना किसी योजना के मोदी सरकार ने किया। नोटबंदी की तरह लॉक डाउन में भी समाज के सबसे कमजोर और गरीब वर्गों के लोग शिकार बने।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा है कि छत्तीसगढ़ से बाहर कमाने खाने गए हुए मजदूरों को रोजी-रोटी तो नहीं मिली और जो देखकर लेकर बाहर गए थे उस कर्ज का बोझ भी उनके सर पर खड़ा है। हर साल बाहर गए हुए प्रवासी मजदूर मई माह में वापस छत्तीसगढ़ आकर अपनी खेती किसानी की तैयारी में जुट जाते थे। प्रवासी मजदूरों की अब तक वापसी ना हो पाने पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने छत्तीसगढ़ के लिए जल्दी से जल्दी ट्रेनें चलाई जाने की कांग्रेस की मांग दोहराई है।